टीआरपी के मामलें में 2015 का साल WWE के लिए बुरा रहा. WWE ने टीआरपी बढाने की काफी कोशिशें की, लेकिन रेसलरों का चोटिल होना, और खराब स्टोरीलाईन इस खराब टीआरपी की बड़ी वजह रहीं. लेकिन पिछले रॉ में शेन मैकमोहन के वापस आने से, पुरे सोशल मिडिया पर वे छाये हुए है, और WWE के लिए अच्छे दिन आए है.
टीआरपी बढाने के लिए WWE को अब कडे कदम उठाने पडेंगे, और ये इसकी शुरूआत है. अब हम बता रहे है ये 5 बातें जो WWE को वापस लाने होंगी.
1. दों टीमों के बीच मैच
एटिट्यूड एरा में हमे कई टीमों के बीच शानदार मैच देखने को मिली, जो काफी ऐतिहासिक थी. जैसे की, DX, एवोलिशोन, APA जैसे टीमों के बीच जोरदार फाईट होती थी. कुछ साल पहले शिल्ड बनाम वायट फैमिली, और शिल्ड बनाम एवोलिशन की फाईट हमे देखने को मिली. अब न्यू डे, वायट फैमिली और लीग अॉफ नेशन जैसे टीमों के बीच फाईट को लाना होगा.
2. पुराने PPV नाम
आज कल के PPV नाम गिमिक नाम होते है, जैसे मनी इन द बैंक, TLC, एक्स्ट्रीम रूल्स ऐसे नाम है. लेकिन पहले आर्मेगडॉन, वन नाईट स्टेंड, बैकलैश जैसे नाम थे. अब के PPV नामों की वजह से हम मनी इन द बैक जैसे मैच रेसलमैनिया में नहीं देख सकते.
3. पुराने दिवास मैच
अब WWE PG शो बन गया है, और ये एक फैमिली शो की तरह है. अब सिर्फ रेसलिंग पर ध्यान दिया जा रहा है, और इस वजह से हमे पहले जैसे आय कैन्डी मैच हमे नहीं देखने को मिलते. पहले टॉरी विल्सन, मारिया जैसे मॉडल का भी WWE में बडा नाम था.
4. रॉ और स्मैकडाउन को अलग अलग करना
पहले रॉ में कुछ सुपरस्टार और स्मैकडाउन में कुछ सुपरस्टार रहते है. जैसे रॉ में रॉक, सीना, ट्रिपल एच और शॉन माईकल जैसे सुपरस्टार थे, तो स्मैकडाउन में एज, अंडरटेकर, एडी गुरेरो जैसे सुपरस्टार थे. लेकिन अब ये दोनों एक शो बन गये है, जिससे स्टोरीलाईन अच्छी नहीं बन रहीं. WWE को फिर से इन दोनों शो को अलग अलग करना होगा.
5. वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियन
ये टाइटल पहले स्मैकडाउन का था, जो WWE की शान था. WWE को इसे वापस लाना ही होगा, जैसे शेमस, जिगलर, स्टारडस्ट जैसे सुपरस्टार को ज्यादा प्रसिद्धि मिले. और नये सुपरस्टारों के लिए भी इससे अच्छा होगा.