एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) की प्रतियोगता अपने इस संस्करण के साथ कुछ अजूबे दिखाने को आतुर है। दर्शक जहां रोमांकच मुकाबलों के लिए बेसब्र हैं, वहीं Asia Cup 2025 भी दर्शकों हतप्रभ करने के इतंजार में है।
हम यहां कुछ ऐसे खुलासे करने वाले हैं जो बताएगा कि आठ टीमों के इस टूर्नामेंट में सिर्फ एक देश के खिलाड़ी ही तीन अलग-अलग टीमों का नेतृत्व कर रहे हैं। यहीं नहीं उन खिलाड़ियों की प्रतिबद्धता अपने नेतृत्व वाली टीम को जीताने की ही है। ना कि उन टीमों के प्रति जहां उनकी पैदाइश हुई है।
Asia Cup 2025 में दिखेगा अजब नजारा
एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025 ) की शुरुआत 09 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होने जा रही है। दुबई (Dubai) और अबूधाबी (Abu Dhabi) इस बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी करेंगे, जिसमें कुल आठ टीमें हिस्सा ले रही हैं। हालांकि, इस बार कप्तानी को लेकर एक दिलचस्प तथ्य सामने आया है, आठ टीमों का नेतृत्व केवल पांच देशों के खिलाड़ियों के कंधों पर है।
यह बात क्रिकेट प्रशंसकों को हैरान कर सकती है क्योंकि तीन टीमों की कप्तानी ऐसे खिलाड़ियों के पास है, जिनका जन्म पाकिस्तान (Pakistan) में हुआ था। यानी पाकिस्तान क्रिकेट की प्रतिभा सिर्फ अपनी टीम तक सीमित नहीं है, बल्कि दूसरे देशों की टीमें भी पाकिस्तानी मूल के कप्तानों पर भरोसा कर रही हैं।
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Pakistan से निकले तीन कप्तान
सबसे पहले बात पाकिस्तान टीम की करें तो उसका नेतृत्व सलमान अली आगा (Salman Ali Agha) कर रहे हैं, जिनका जन्म पाकिस्तान में हुआ था और वे लंबे समय से घरेलू व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय हैं। लेकिन असली दिलचस्पी इस तथ्य में है कि पाकिस्तान में जन्मे दो और क्रिकेटर भी इस टूर्नामेंट में अलग-अलग टीमों के कप्तान बने हैं।
UAE की टीम का नेतृत्व मुहम्मद वसीम (Muhammad Waseem) कर रहे हैं। उनका जन्म पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के खानेवाल जिले (Khanwale district) के मियां चन्नूं (Mian Channu) में हुआ था। हालांकि वे अब काफी समय से यूएई में बस गए हैं और वहीं की नागरिकता हासिल कर चुके हैं। क्रिकेट करियर में उन्होंने यूएई का प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी पहचान बनाई है।
वहीं, हांगकांग (Hong Kong) टीम के कप्तान यासिम मुर्तजा (Yasim Murtaza) पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सियालकोट (Sialkot) में जन्मे हैं। बाद में वे हांगकांग में जाकर बस गए और वहीं की टीम से क्रिकेट खेलने लगे। अब एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में वे हांगकांग टीम की अगुवाई करेंगे। इस तरह पाकिस्तान मूल के खिलाड़ियों की कप्तानी का प्रभाव टूर्नामेंट की तीन टीमों पर देखा जा सकता है।
क्रिकेट में प्रवासी खिलाड़ियों की बढ़ती अहमियत
एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) में यह तस्वीर साफ करती है कि क्रिकेट अब केवल राष्ट्रीय सीमाओं तक सीमित नहीं रह गया है। प्रवासी खिलाड़ी न केवल विदेशी टीमों के अहम हिस्से बन रहे हैं, बल्कि कप्तान जैसे बड़े दायित्व भी निभा रहे हैं। पाकिस्तान से निकलकर यूएई और हांगकांग की कप्तानी तक पहुंचने वाले मुहम्मद वसीम और यासिम मुर्तजा इस बात का बड़ा उदाहरण हैं कि क्रिकेट की प्रतिभा जहां भी जाती है, उसे वहां की टीम खुले दिल से स्वीकार करती है।
आठ टीमों की कप्तानी सिर्फ पांच देशों से होना इस टूर्नामेंट को और खास बना देता है। यह न केवल क्रिकेट की वैश्विक प्रकृति को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि प्रतिभा और मेहनत किसी खिलाड़ी को नई पहचान दिलाने के लिए राष्ट्रीय सीमाओं पर निर्भर नहीं रहती। अब देखना होगा कि इन कप्तानों में से कौन अपनी टीम को Asia Cup 2025 की ट्रॉफी दिला पाता है।
इतना ही नहीं, भारतीय सरजमीं पर जन्मे दो खिलाड़ियों के पास भी दो टीमों की कप्तानी का प्रभार है। एक तो टीम इंडिया (Team India) के कप्तान सूर्यकुमार यादव (Surya Kumar Yadav) हैं और दूसरे और ओमान (Oman) टीम के कप्तान जतिंदर सिंह (Jatinder Singh), जो पंजाब के लुधियाना (Ludhiana) में जन्मे हैं, लेकिन अब ओमान के लिए खेलते हैं और Asia Cup 2025 में ओमान टीम का नेतृत्व कर रहे हैं।
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