no trophy photoshoot – दरअसल, एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) का महा-मुकाबला भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच रविवार को दुबई में खेला जाएगा। साथ ही बता दे यह पहली बार है जब टूर्नामेंट के 41 साल के इतिहास में दोनों टीमें फाइनल में आमने-सामने होंगी। लेकिन अफ़सोस इस खिताबी भिड़ंत से पहले ही एक बड़ी खबर सामने आई है जिसने क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया है। दरअसल, इस बार परंपरा टूट गई है और no trophy photoshoot का ऐलान किया गया है। मतलब की फाइनल से पहले दोनों कप्तान ट्रॉफी के साथ फोटोशूट नहीं करेंगे।
क्यों नहीं होगा फोटोशूट?
आपको बता दे हर साल परंपरा के तौर पर फाइनल से पहले दोनों टीमों के कप्तान ट्रॉफी के साथ पोज़ देते हैं। लेकिन इस बार हालात बिलकुल अलग हैं। क्यूंकि, आयोजकों ने साफ कर दिया है कि शनिवार को कोई फोटोशूट नहीं होगा और रविवार को ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। दरअसल, पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan) के बीच तनाव का माहौल बना रहा है।
और तो और ग्रुप स्टेज से ही दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच अनबन देखने को मिली। खासकर हाथ मिलाने से इनकार करने की घटना ने मामले को और चिंता का विषय बना दिया। लिहाज़ा, यही वजह है कि अब no trophy photoshoot का फैसला लिया गया है। साथ ही माना जा रहा है कि भारतीय टीम इस कार्यक्रम में रुचि नहीं दिखा रही और इसी कारण परंपरा टूटने की कगार पर है।
टूटा लंबा चलन
लिहाज़ा, अगर रविवार को भी कोई फोटोशूट नहीं होता है तो यह पहली बार होगा जब भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) फाइनल से पहले ट्रॉफी के साथ संयुक्त तस्वीर नहीं खिंचवाएंगे। क्यूंकि क्रिकेट में यह परंपरा दशकों से चली आ रही है और इसका मकसद दोनों टीमों के बीच खेलभावना को दर्शाना होता है। लेकिन इस बार का माहौल इतना तनावपूर्ण है कि एक साधारण फोटोशूट (no trophy photoshoot) भी संभव नहीं हो पा रहा।
साथ ही फैंस और एक्सपर्ट्स दोनों ही मान रहे हैं कि यह घटना क्रिकेट की स्पोर्ट्समैनशिप वाली छवि को धक्का देती है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी यह चर्चा का विषय बन चुका है कि क्या क्रिकेट की दुनिया में प्रतिद्वंद्विता इतनी हावी हो गई है कि परंपराएं भी टूट जाएं?
पाकिस्तानी कप्तान की प्रेस कॉन्फ्रेंस
वहीं उधर, पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा शनिवार रात 7 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। और टीम रात 7 से 10 बजे तक आईसीसी अकादमी, दुबई में प्रैक्टिस करेगी। दूसरी ओर, भारतीय टीम ने भी अपनी रणनीति बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है और फोटोशूट को लेकर किसी भी दिलचस्पी नहीं दिखाई। यही वजह है कि आयोजकों को भी no trophy photoshoot का ऐलान करना पड़ा।
फाइनल से पहले बढ़ा रोमांच और तनाव
ऐसे में यह फाइनल ऐतिहासिक होने वाला है क्योंकि एशिया कप (Asia Cup) के इतिहास में पहली बार भारत और पाकिस्तान खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगे। क्योंकि जहां एक ओर फैंस का रोमांच चरम पर है, वहीं दूसरी ओर दोनों टीमों के बीच तनाव भी बढ़ता जा रहा है। लिहाज़ा, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि no trophy photoshoot के बाद रविवार को केवल मैदान पर ही नहीं बल्कि मैदान के बाहर भी क्या माहौल बनता है।