Asia Cup : एशिया कप (Asia Cup) 2025 में अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हो जाता है, तो श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) की जगह लेने की उम्मीद कर रहे प्रशंसक निराश हो सकते हैं। टीम प्रबंधन ने ऐसी परिस्थितियों के लिए एक अलग योजना बनाई है। चोट के कारण किसी खिलाड़ी की जगह लेने की जरूरत पड़ने पर अय्यर की जगह किसी और खिलाड़ी को मौका दिया जाएगा।
यह फैसला चयनकर्ताओं की मौजूदा रणनीति और टूर्नामेंट के लिए प्राथमिकताओं को दर्शाता है। आइए जानते हैं कि श्रेयस अय्यर की जगह Asia Cup में कौन सा खिलाड़ी सरप्राइज रिप्लेसमेंट हो सकता है।
Asia Cup की आकस्मिक योजनाओं में Shreyas Iyer के लिए कोई जगह नहीं
एशिया कप (Asia Cup) 2025 पहले ही काफी चर्चा का विषय बन चुका है, लेकिन सबसे ज़्यादा चर्चा श्रेयस अय्यर की टीम से अनुपस्थिति की है। अय्यर को न सिर्फ़ प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया है बल्कि रिज़र्व प्लेयर के तौर पर भी उनके नाम पर विचार नहीं किया गया। एक सिद्ध मध्यक्रम बल्लेबाज होने के बावजूद, अय्यर को टीम की योजनाओं में, यहाँ तक कि बैकअप विकल्प के तौर पर भी, कोई जगह नहीं मिलती। यह चयन रणनीति में बदलाव का साफ़ संकेत है, क्योंकि प्रबंधन युवा और फॉर्म में चल रहे खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
चयन समिति (Selection Committee) के करीबी सूत्रों ने पुष्टि की है कि यह फैसला फिटनेस संबंधी चिंताओं और हालिया फॉर्म को देखते हुए लिया गया है। चयनकर्ता चोटों से जूझ रहे खिलाड़ियों के साथ कोई जोखिम नहीं लेना चाहते और इसके बजाय T20 Cricket के लिए आक्रामक और अनुकूलनीय विकल्पों को प्राथमिकता दे रहे हैं। इसका मतलब है कि अगर टूर्नामेंट के दौरान कोई बल्लेबाज चोटिल होता है, तो श्रेयस अय्यर को टीम में नहीं चुना जाएगा।
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Riyan Parag या Yashasvi Jaiswal होंगे टीम में शामिल
एशिया कप के दौरान शीर्ष या मध्यक्रम के किसी भी बल्लेबाज के चोटिल होने की स्थिति में, उनकी जगह लेने की संभावना रियान पराग या यशस्वी जायसवाल पर होगी। दोनों युवा खिलाड़ी काफी समय से चयनकर्ताओं की नज़र में हैं और आईपीएल तथा घरेलू क्रिकेट में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं।
रियान पराग अपनी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और उपयोगी गेंदबाजी विकल्प के साथ टीम में बहुमुखी प्रतिभा लाते हैं, जो उन्हें छोटे प्रारूप के लिए एकदम उपयुक्त बनाता है। दूसरी ओर, यशस्वी जायसवाल अपने निडर रवैये और पहली ही गेंद से गेंदबाजों का सामना करने की क्षमता से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके हैं। इन दोनों में से किसी एक खिलाड़ी के शामिल होने से भारत की बल्लेबाजी क्रम में एक नया आयाम जुड़ सकता है, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि चोट लगने पर भी टीम प्रतिस्पर्धी बनी रहे।
भविष्य के लिए एक स्पष्ट संदेश
श्रेयस अय्यर को रिजर्व खिलाड़ियों में से भी बाहर रखना, भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) की दिशा के बारे में एक कड़ा संदेश देता है। टीम प्रबंधन स्पष्ट रूप से अनुभव के बजाय फिटनेस, फॉर्म और अनुकूलनशीलता को प्राथमिकता दे रहा है। हालांकि अय्यर को टीम में न चुने जाने से कई प्रशंसक हैरान हो सकते हैं, लेकिन यह भविष्य के आईसीसी टूर्नामेंटों (ICC Tournaments) के लिए युवा प्रतिभाओं को निखारने की व्यापक रणनीति के अनुरूप है।
यह कदम भारत के टी20 टीम में जगह बनाने की बढ़ती प्रतिस्पर्धा को भी दर्शाता है। पराग और जायसवाल जैसे खिलाड़ियों के इंतज़ार में, स्थापित नाम अब अपनी जगह को हल्के में नहीं ले सकते। एशिया कप वह मंच हो सकता है जहां इन उभरते सितारों को बड़ा मौका मिल सकता है, अगर कोई मौका मिले।
फिलहाल यह स्पष्ट है कि चयनकर्ताओं ने श्रेयस अय्यर जैसे जाने-पहचाने चेहरों से आगे बढ़कर उन खिलाड़ियों पर निवेश करने का फैसला किया है जो भारतीय क्रिकेट की अगली पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
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