BCCI – पाठकों! एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) का रोमांच अपने चरम पर है और 28 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है। दरअसल, बोर्ड ने बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) के लिए नए स्पिन गेंदबाजी कोच की घोषणा कर दी है।
बता दे यह जिम्मेदारी अब पूर्व भारतीय खिलाड़ी और RCB के दिग्गज सुनील जोशी (Sunil Joshi) को सौंपी गई है। ऐसे में इस फैसले के साथ ही भारतीय क्रिकेट में नई दिशा देने की तैयारी हो चुकी है, जहां युवा स्पिनरों को जोशी (Sunil Joshi) जैसे अनुभवी क्रिकेटर से मार्गदर्शन मिलेगा।
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के लिए नए स्पिन गेंदबाजी कोच सुनील जोशी
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने तय किया है कि 1 अक्टूबर से सुनील जोशी (Sunil Joshi) आधिकारिक रूप से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में स्पिन गेंदबाजी कोच का कार्यभार संभालेंगे। दरअसल, उनकी नियुक्ति को भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि अब भारत को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी मजबूत स्पिन अटैक तैयार करने में मदद मिलेगी।
बता दे जोशी (Sunil Joshi) का नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं है। क्यूंकि वे लंबे समय तक भारतीय टीम और घरेलू क्रिकेट का हिस्सा रहे हैं। और तो और कोचिंग में भी उनका अनुभव बेहद व्यापक है। इसके अलावा IPL में पंजाब किंग्स की कोचिंग यूनिट से लेकर उत्तर प्रदेश और बांग्लादेश टीम के स्पिन गेंदबाजी सलाहकार तक, उन्होंने कई जिम्मेदारियां निभाई हैं।
इतना ही नहीं सुनील जोशी (Sunil Joshi) ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) का प्रतिनिधित्व किया है, उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 2008 और 2009 सीज़न में आरसीबी (RCB) के लिए खेला था। जोशी (Sunil Joshi) ने आईपीएल (IPL) 2008 के पहले सीज़न में आरसीबी (RCB) के लिए चार मैच खेले, जहाँ उन्होंने 6 रन बनाए और कोई विकेट नहीं लिया।
वीवीएस लक्ष्मण के साथ साझेदारी
सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (COE) के हेड वीवीएस लक्ष्मण पहले से ही युवा खिलाड़ियों को निखारने के लिए काम कर रहे हैं। ऐसे में अब सुनील जोशी (Sunil Joshi) के जुड़ने से यह साझेदारी और मजबूत होगी। लक्ष्मण और जोशी (Sunil Joshi) मिलकर नई पीढ़ी के स्पिनरों को तकनीक, मानसिक मजबूती और रणनीतिक दृष्टिकोण से तैयार करेंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का मानना है कि इस कदम से भारत को भविष्य में कई स्टार फिरकी गेंदबाज मिल सकते हैं।
सुनील जोशी का क्रिकेट करियर
55 वर्षीय सुनील जोशी (Sunil Joshi) ने 1996 में भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था।
- टेस्ट करियर: 15 टेस्ट मैच, 352 रन और 41 विकेट।
- ODI करियर: 69 मैच, 584 रन और 69 विकेट।
जोशी (Sunil Joshi) अपने बाएं हाथ के स्पिन और उपयोगी बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। हालांकि उनका करियर भले ही लंबा न रहा हो, लेकिन उन्होंने जिस प्रभाव के साथ प्रदर्शन किया, वह आज भी याद किया जाता है। वहीं आकड़ो के मुताबिक भारत के लिए उनका आखिरी इंटरनेशनल मैच 2001 में था, लेकिन इसके बाद उन्होंने कोचिंग की दुनिया में खुद को पूरी तरह झोंक दिया।
क्यों खास है यह फैसला?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का यह फैसला इसलिए अहम है क्योंकि एशिया कप फाइनल (Asia Cup) से पहले ही भारतीय बोर्ड ने भविष्य की तैयारी के संकेत दे दिए हैं। लिहाज़ा, पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबले से पहले टीम को यह संदेश भी मिल गया है कि बोर्ड अब युवा खिलाड़ियों और नई टैलेंटेड पीढ़ी पर फोकस करने वाला है। सुनील जोशी (Sunil Joshi) की नियुक्ति इस दृष्टि से बेहद रणनीतिक कदम है।
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