Men’s ODI Asia Cup most wins: एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) का आगाज होने में अब महज दो दिनों का समय बाकि रह गया है। 9 सितंबर 2025 से एशिया कप की शुरुआत होने जा रही है। पहला मुकाबला हांगकांग और अफगानिस्तान की टीम के बीच खेला जाना है। भारत एशिया कप की डिफेंडिंग चैंपियन है और एक बार फिर से भारतीय टीम एशिया कप का अपना खिताब बचाने इन टीमों से मुकाबला करती नजर आएगी।
एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) शुरू होने से पहले क्या आपने कभी यह सोचा है कि एशिया कप के इतिहास में किस टीम ने सबसे ज्यादा मुकाबले (Men’s ODI Asia Cup most wins) जीते हैं और किस टीम ने सबसे ज्यादा मुकाबला हारे हैं? तो हम आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताने जा रहे हैं कि एशिया कप के इतिहास में किस टीम ने अब तक सबसे ज्यादा मुकाबले जीते हैं।
ये हैं Asia Cup में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीमें
यूएई
यूएई ने ODI एशिया कप (Asia Cup) में 1984 और 2004 में हिस्सा लिया, कुल 4 मैच खेले और सभी में हार मिली (0-4)। 1984 में श्रीलंका के खिलाफ वो 78 रन पर ऑलआउट हो गए, जो टूर्नामेंट का एक लोएस्ट स्कोर है। 2004 में भारत और पाकिस्तान ने उन्हें आसानी से हरा दिया। यूएई की बैटिंग में खालिद खान और अरशद अली जैसे प्लेयर्स ने कोशिश की, लेकिन भारत के इरफान पठान और पाकिस्तान के शोएब अख्तर जैसे पेसर्स के सामने वो बेबस थे।
बोलिंग में मोहम्मद तौकीर और असिम सईद ने कुछ किफायती ओवर डाले, लेकिन विकेट लेने में नाकाम रहे। यूएई की टीम को एशिया कप में बड़ी टीमों के खिलाफ अनुभव की कमी खली। हाल में टी20 फॉर्मेट में उनकी प्रोग्रेस बेहतर है, लेकिन ODI में अभी लंबा रास्ता तय करना है।
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नेपाल
नेपाल ने ODI एशिया कप (Asia Cup) में 2023 में डेब्यू किया और सिर्फ 2 मैच खेले, दोनों में हार मिली (0-2)। पहले मैच में पाकिस्तान ने उन्हें 238 रन से हराया (पाक 342/6, नेपाल 104)। दूसरे में भारत ने 147 रन से मात दी (भारत 356/9, नेपाल 209)। नेपाल की बैटिंग में रोहित पौडेल (49 vs भारत) और कुशल भुर्तेल ने कोशिश की, लेकिन बड़ी टीमों के पेसर्स (जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज) और स्पिनर्स (कुलदीप यादव) के सामने वो टिक नहीं सके।
बोलिंग में सोमपाल कामी और संदीप लामिछाने ने 1-2 विकेट लिए, लेकिन बड़े स्कोर को रोकना मुश्किल था। नेपाल के लिए ये टूर्नामेंट लर्निंग कर्व था, क्योंकि उनका इंटरनेशनल एक्सपोजर कम है। भविष्य में संदीप लामिछाने की स्पिन और यंग बैटर्स उनकी उम्मीद हैं, लेकिन अभी बड़ी टीमें उनके लिए बड़ा चैलेंज हैं।
हांगकांग
हांगकांग ने ODI एशिया कप (Asia Cup) में 2004 और 2008 में हिस्सा लिया और कुल 6 मैच खेले, लेकिन एक भी जीत नहीं मिली (0-6)। उनकी परफॉर्मेंस कमजोर रही, क्योंकि बड़ी टीमों (भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका) के खिलाफ उनका अनुभव और स्किल लेवल कम था। 2008 में भारत के खिलाफ 374/4 का विशाल स्कोर झेलना पड़ा, और हॉन्ग कॉन्ग सिर्फ 118 रन पर सिमट गया। 2004 में श्रीलंका और पाकिस्तान ने भी उन्हें आसानी से हरा दिया।
बाबर हयात और निजाकत खान जैसे प्लेयर्स ने कोशिश की, लेकिन बड़ी टीमों के पेस और स्पिन अटैक के सामने उनकी बैटिंग ढह गई। हॉन्ग कॉन्ग की बोलिंग में जुनैद खान और तनवीर अहमद ने थोड़ा प्रभावित किया, लेकिन विकेट लेने में नाकाम रहे। एसोसिएट टीम के तौर पर उन्हें एशिया कप में अनुभव तो मिला, लेकिन जीत की कमी ने उनकी प्रोग्रेस को सीमित रखा।
अफगानिस्तान
अफगानिस्तान ने 2014 से एशिया कप (Asia Cup) में हिस्सा लिया और 11 मैचों में 3 जीत हासिल की। 2018 में भारत के खिलाफ टाई (252 vs 252) उनका सबसे बड़ा हाइलाइट रहा। राशिद खान (10 विकेट) उनकी बोलिंग की जान हैं, लेकिन बैटिंग में गहराई की कमी ने उन्हें बड़ी जीत से रोका। बांग्लादेश और हॉन्ग कॉन्ग जैसी टीमों के खिलाफ जीत मिली, पर भारत और श्रीलंका के खिलाफ स्ट्रगल रहा। उभरती टीम के तौर पर अफगानिस्तान का भविष्य उज्ज्वल है, लेकिन अभी अनुभव की कमी दिखती है।
बांग्लादेश
एशिया कप (Asia Cup) के इतिहास में बांग्लादेश ने 48 मैचों में सिर्फ 9 जीत हासिल की, और कोई खिताब नहीं जीता। 2012, 2016, और 2018 में फाइनल तक पहुंचे, लेकिन हर बार हारे। 2004 तक 16 लगातार हार का रिकॉर्ड उनके शुरुआती स्ट्रगल को दिखाता है। 2012 में भारत को 5 विकेट से हराना उनका बड़ा अपसेट था।
शाकिब अल हसन और मुस्तफिजुर रहमान जैसे प्लेयर्स ने हाल में उनकी फॉर्म सुधारी, लेकिन बड़ी टीमों (भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान) के खिलाफ ज्यादातर हार ही मिली। बांग्लादेश की बैटिंग कमजोर रही, पर बोलिंग में स्पिन और पेस का कॉम्बिनेशन अब बेहतर हो रहा है।
पाकिस्तान
एशिया कप (Asia Cup) के इतिहास मेंपाकिस्तान ने 50 मैचों में 28 जीत दर्ज की और 2 खिताब (2000, 2012) जीते। 2000 में बांग्लादेश को 87 रन पर ऑलआउट कर रिकॉर्ड लोएस्ट टोटल बनवाया। 2000-2004 में 6 लगातार जीत उनकी ताकत दिखाती है। उमर गुल और शोएब मलिक जैसे पेसर्स ने उनकी बोलिंग को मजबूत किया,
जबकि मोहम्मद यूसुफ और शाहिद अफरीदी ने बड़ी पारियां खेलीं। हाल के एशिया कप (2023) में सुपर 4 में भारत और श्रीलंका से हारने से उनका रिकॉर्ड प्रभावित हुआ। पाकिस्तान की अप्रत्याशित खेल शैली उन्हें खतरनाक बनाती है, लेकिन कंसिस्टेंसी की कमी ने उन्हें तीसरे स्थान पर रखा।
भारत
एशिया कप (Asia Cup) के इतिहास की सबसे सफल टीमों में भारत जीत के मामले में जरूर दूसरे नंबर पर है लेकिन खिताब जीतने के मामले में भारत नंबर वन है 8 खिताब (1984, 1988, 1990/91, 1995, 2010, 2016, 2018, 2023) के साथ भारत सबसे ज्यादा बार चैंपियन बना है। लेकिन 35 जीत के साथ श्रीलंका से पीछे है।
2023 में श्रीलंका को 50 रन पर समेटकर 10 विकेट से जीत भारत का सबसे बड़ा मार्जिन रहा। 2008 में हॉन्ग कॉन्ग के खिलाफ 374/4 उनका हाइएस्ट टोटल है। भारत की टॉप ऑर्डर बैटिंग और ऑलराउंड परफॉर्मेंस (जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा) उन्हें खतरनाक बनाती है, लेकिन कुछ फाइनल्स में हार (2004, 2008) ने जीत की संख्या कम रखी।
श्रीलंका
श्रीलंका ODI एशिया कप (Asia Cup) में सबसे ज्यादा 38 मैच जीतकर टॉप पर काबिज है। 1984 से हर एडिशन में खेलने वाली इस टीम ने 6 खिताब (1986, 1997, 2004, 2008, 2014, 2022) जीते। सनथ जयसूर्या (1220 रन, 6 सेंचुरी) और मुथैया मुरलीधरन (30 विकेट) जैसे लीजेंड्स ने श्रीलंका को कंसिस्टेंट बनाया।
1997-2000 में 6 लगातार जीत का रिकॉर्ड और 2008 में भारत को फाइनल में 6 विकेट से हराना उनके हाइलाइट्स हैं। उनकी मजबूत स्पिन बोलिंग और मिडिल ऑर्डर ने टाइट मैचों में बाजी मारी। हाल में 2023 फाइनल में भारत के खिलाफ 50 रन पर ऑलआउट होना उनकी कमजोरी दिखाता है, लेकिन कुल मिलाकर श्रीलंका का रिकॉर्ड शानदार है।
FAQs
भारत ने एशिया कप के इतिहास में कुल कितने मैच जीते हैं?
श्रीलंका ने कप के इतिहास में कितने मैच जीते हैं?