एशिया कप (Asia Cup) टीम में रिंकू सिंह (Rinku Singh) और श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को लेकर क्रिकेट प्रेमियों के बीच तीखी बहस छिड़ी हुई है। दोनों खिलाड़ियों ने हाल के दिनों में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है, लेकिन अंतिम चयन ने लोगों को हैरान कर दिया है। श्रेयस अय्यर जहां मिडिलऑर्डर में अनुभव और निरंतरता लेकर आते हैं, वहीं रिंकू सिंह टी20 क्रिकेट में धमाकेदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं।
इनके हालिया आंकड़े एक दिलचस्प तुलना प्रस्तुत करते हैं जो चयनकर्ताओं के फैसले को सही ठहरा सकते हैं या उस पर सवाल उठा सकते हैं। आइए, आंकड़ों के आधार पर देखें कि कौन इस स्थान का असली हकदार था।
अनुभव बनाम विस्फोटक प्रतिभा

एशिया कप 2025 (Asia Cup 2025) के लिए चयन की बहस दो धाकड़ भारतीय बल्लेबाजों – श्रेयस अय्यर और रिंकू सिंह – के इर्द-गिर्द घूम रही है। दोनों ही अलग-अलग खूबियों से लैश हैं। परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में माहिर श्रेयस अय्यर चौथे स्थान पर आकर टीम को स्थिरता प्रदान करते हैं।
वहीं, रिंकू सिंह बिना दबाव में आए हर वक्त अपना नैसर्गिक खेल खेलने के आदि हैं। उनकी फिनिशिंग क्षमता और बेधड़क स्ट्रोक प्ले उन्हें आखिरी के ओवरों में काफी अहम साबित करती है। दूसरी ओर, बड़े टूर्नामेंटों में लगातार प्रदर्शन कर अय्यर सबके पसंदीदा रहे हैं, वहीं सीमित ओवरों के क्रिकेट में रिंकू के धमाकेदार अंदाज ने उन्हें मजबूत दावेदार बना दिया है। सवाल यह है कि क्या चयनकर्ताओं ने सही फैसला लिया?
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हालिया फॉर्म और आँकड़े
दोनों खिलाड़ियों के हालिया आंकड़ों पर नजर डाले तो एक रोचक आंकड़ा सामने आता है। जो बताता है कि पिछले दिनों चोट से जूझते हुए भी श्रेयस अय्यर ने वर्ष 2023 से अब तक वनडे में 41.2 की औसत और 88.7 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। जबकि टी20 क्रिकेट में अन्य आक्रामक बल्लेबाजों के विकल्प की मौजूदगी में अय्यर को मौके कम ही मिले।
वहीं, रिंकू सिंह के टी20 क्रिकेट में लगातार खेलते और प्रदर्शन करते रहे। रिंकू ने अपने पदार्पण के बाद से 55 से अधिक की औसत के साथ करीब पौने दो सौ (176+) की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। रिंकू की खासियत तब ज्यादा उभरकर आती है, जब वो डेथ ओवरों में फिनिशर की भूमिका निभाते हैं।
Asia Cup के लिए टीम में जगह पाने का असली हकदार कौन?
आखिरकार, यह फैसला टीम के संतुलन पर निर्भर करता है। 50 ओवरों के प्रारूप में खेले जाने वाले एशिया कप (Asia Cup) में ऐसे बल्लेबाज़ों की ज़रूरत होती है जो पारी को संभाल सकें और बीच के ओवरों में स्ट्राइक रोटेट कर सकें – यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अय्यर बेहतरीन हैं। बेहतरीन स्पिन गेंदबाज़ी के खिलाफ उनका अनुभव और साझेदारी बनाने की क्षमता उन्हें उपमहाद्वीपीय परिस्थितियों में एक मजबूत खिलाड़ी बनाती है।
दूसरी ओर, रिंकू सिंह को टीम से बाहर रखना उनके अविश्वसनीय टी20 फिनिशिंग रिकॉर्ड और अनुकूलन क्षमता को देखते हुए कड़ा फैसला होगा। कई विशेषज्ञों का तर्क है कि एक फ़्लोटिंग बल्लेबाज के रूप में उनके शामिल होने से भारतीय बल्लेबाजी में गहराई और दमखम आएगा।
नतीजतन, रिंकू सिंह टी20 फॉर्मेट को ध्यान में रखते हुए एक तार्किक चयन थे, लेकिन श्रेयस अय्यर को टीम में न चुने जाने से यह बहस जारी है। अगर एशिया कप वनडे प्रारूप में होता, तो शायद यह फैसला उल्टा पड़ जाता। असली परीक्षा तब होगी जब दोनों खिलाड़ियों को भविष्य के टूर्नामेंटों में चयनकर्ताओं के भरोसे पर खरा उतरने का मौका मिलेगा।
FAQs
रिंकू सिंह ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में कितने रन बनाए हैं?
श्रेयस अय्यर ने टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में कितने रन बनाए हैं?
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