Prithvi Shaw
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युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को एक समय भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जाता था, लेकिन वह अपने खराब फॉर्म के चलते लंबे वक्त से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. हालांकि, पृथ्वी शॉ की आक्रामक बल्लेबाजी की चर्चा आज भी होती है. शॉ ने अंतर्राष्ट्रीय के साथ-साथ घरेलू क्रिकेट में कई बेहतरीन पारियां खेली हैं. पृथ्वी शॉ ने एक ऐसी ही एतिहासिक पारी रणजी ट्रॉफी में खेली थी, जिसमें उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए विरोधी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दी. उन्होंने असम के खिलाफ 49 चौकों और कुछ छक्कों की मदद से 379 रनों की खतरनाक पारी खेली, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे यादगार पारियों में से एक है.

जब पृथ्वी शॉ ने रणजी में मचाया था कोहराम

Prithvi Shaw
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दरअसल, रणजी ट्रॉफी 2023 में मुंबई के स्टार बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने ऐसा धमाल मचाया कि क्रिकेट प्रेमियों के साथ-साथ विपक्षी टीम के गेंदबाज भी हैरान रह गए. असम के खिलाफ खेलते हुए पृथ्वी शॉ ने शानदार 379 रन की पारी खेलकर रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया. उनकी इस पारी में 49 चौके और 4 छक्के शामिल थे, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी का बेजोड़ उदाहरण है. शॉ ने पारी की शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया और गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया.

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6,6,6,6,6,4,4,4..... रणजी में पृथ्वी शॉ ने मचाया कोहराम, गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए खेल डाली 379 रन की भयंकर पारी 1

 

उन्होंने मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए और गेंदबाजों की जमकर कुटाई की और कुछ ही घंटो में शतक भी जड़ दिया. शॉ ने पहले दिन ही 240 रन बनाए थे और जल्द ही उन्होंने अपना तिहरा शतक भी पूरा कर लिया. यह उनका घरेलू क्रिकेट में पहला तिहरा शतक भी था. शॉ ने सिर्फ 383 गेंदों पर 379 रन बनाए, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास की सबसे बड़ी पारियों में से एक बन गई. उनकी इस शानदार पारी के बदौलत मुंबई ने असम को एक पारी और 128 रनों के अंतर से हराया और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.

अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की उम्मीद

पृथ्वी शॉ फिलहाल टीम इंडिया में वापसी की तलाश में हैं. उनके लिए लगातार शानदार प्रदर्शन ही, उन्हें एक बार फिर भारत के लिए खेलने का मौका दे सकता है. इस वक्त शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल ने टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर में अपनी जगह पक्की कर ली है. पृथ्वी शॉ भी टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज हैं, इसलिए उनके लिए यह एक बड़ी चुनौती है. अब उनकी नजरें आगामी डोमेस्टिक सीजन और आईपीएल में बेहतरीन प्रदर्शन करने पर होंगी, क्योंकि यही वह मौका हो सकता है जो उन्हें भारतीय टीम में वापसी का अवसर दिलाए.

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बता दें कि, पृथ्वी शॉ ने अक्टूबर 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में पदार्पण करते हुए शतक लगाया था और 134 रनों की शानदार पारी खेली थी. उन्होंने अब तक भारत के लिए 5 टेस्ट मैच खेले हैं और 42.38 की औसत से 339 रन बनाए हैं.