अंडर-19 स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी मिलने की संभावना बढ़ जाती है, लेकिन यह कोई गारंटी नहीं है। कुछ खेलों को दूसरों की तुलना में अधिक महत्व दिया जाता है। खासकर क्रिकेट में। क्रिकेट में अव्वल प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अक्सर सरकारी नौकरी पाते आपने खूब देखा होगा। हालांकि इसमें खिलाड़ियों की मेहनत भी छिपी होती है। जिस तरह जोगिंदर शर्मा हरियाणा पुलिस में डीएसपी थे। ठीक उसकी तरह अब एक और खिलाड़ी IPS अफसर बन गया है।
कार्तिक मधिरा बने IPS अफसर
हम यहां जिस क्रिकेटर की बात कर रहे हैं उसका नाम कार्तिक मधिरा है। महाराष्ट्र कैडर के आईपीएस अधिकारी कार्तिक मधिरा ने सिविल सेवा की वजह से क्रिकेट छोड़ दिया था। मूल रूप से हैदराबाद के रहने वाले मधिरा ने अंडर 13, 15, 17, 19 और यूनिवर्सिटी लेवल पर खूब क्रिकेट खेला है। लेकिन जिंदगी को कुछ और ही मंजूर था।
कार्तिक मधिरा एजुकेशन
कार्तिक मधिरा ने जवाहरलाल नेहरू प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (JNTU) से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कार्तिक का क्रिकेटर से IPS अधिकारी बनने का फैसला चोट और कुछ निजी कारणों की वजह से हुआ था। उन्होंने 6 महीने तक डेलॉइट में भी काम किया। वहां उन्हें एहसास हुआ कि उनका दिल सिर्फ सिविल सर्विसेज के लिए धड़कता है।
कार्तिक को यूपीएससी के पहले तीन प्रयासों में लगातार असफलता का सामना करना पड़ा। वह प्रीलिम्स परीक्षा भी पास नहीं कर पाए। लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी नहीं छोड़ी, खासकर वैकल्पिक विषय समाजशास्त्र की पढ़ाई। उन्होंने यूपीएससी के अलग-अलग राउंड की तैयारी करने के बजाय एक बार में पूरी परीक्षा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित किया। कार्तिक की रणनीति काम आई। आखिरकार, उन्होंने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी 2019 पास करने में सफलता प्राप्त की। इस बार उन्होंने 103वीं रैंक हासिल की।
कार्तिक मधिरा ने हासिल किए इतने अंक
कार्तिक मधिरा अब एक भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं और वर्तमान में महाराष्ट्र के लोनावाला में सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के पद पर कार्यरत हैं। कार्तिक मधिरा ने यूपीएससी परीक्षा में कुल 996 अंक हासिल किए थे। उन्हें लिखित (मुख्य) परीक्षा में 817 अंक और साक्षात्कार में 179 अंक मिले थे।
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