Ajit Agarkar: भारतीय क्रिकेट टीम में बीते कुछ महीनों से कई बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं, जिसका सारा श्रेय अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) को जाता है। जिन्होंने जब से चीफ सिलेक्टर की जिम्मेदारी संभाली है। तब से उन्होंने कई खिलाड़ियों के साथ लगातार नाइंसाफी की है। आज हम उन्हीं में से एक खिलाड़ी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी काबिलियत भारत के सबसे महान स्पिनर अनिल कुंबले (Anil Kumble) जैसी है।
मगर इसके बावजूद उसे टीम से बाहर ही रखा जा रहा है। जिसने एक बार फिर विजय हजारे ट्रॉफी (Vijay Hazare Trophy) में अपने दमदार प्रदर्शन से सभी की नींदे उड़ा दी हैं। तो आइए उस खिलाड़ी के बारे में जानते हैं जिसके साथ अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) लगातार नाइंसाफी कर रहे हैं।
इस खिलाड़ी के साथ लगातार नाइंसाफी कर रहे हैं Ajit Agarkar!
दरअसल, हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं वो कोई और नहीं बल्कि भारत के सबसे बेहतरीन स्पिनर्स में शुमार वरुण चक्रवर्ती (Varun Chakravarthy) हैं, जिन्होंने विजय हज़ारे ट्रॉफी में तमिलनाडु की ओर से खेलते हुए काफी दमदार गेंदबाजी की है। जिस वजह से सभी जगह उनकी चर्चा चल रही है। ऐसा पहली बार नहीं है जब वरुण ने ऐसी शानदार गेंदबाजी की है। उन्होंने कई मौकों पर इससे भी दमदार गेंदबाजी कराई है लेकिन अजीत अगरकर (Ajit Agarkar) ने उन्हें एक भी बार टीम में मौका नहीं दिया है।
विजय हज़ारे ट्रॉफी में वरुण चक्रवर्ती का प्रदर्शन
वरुण चक्रवर्ती ने विजय हज़ारे ट्रॉफी में तमिलनाडु की ओर से कुल 6 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 14 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान वरुण ने सिर्फ 38 ओवर ही गेंदबाजी की है। उनके इस प्रदर्शन की खास बात उनका एवरेज है, जोकि करीब 10 का ही है। इस टूर्नामेंट में वरुण चक्रवर्ती का बेस्ट बोलिंग फिगर 9 रन देकर पांच विकेट रहा है, जोकि उन्होंने नागालैंड के खिलाफ लिया था।
इस साल खेला था वरुण चक्रवर्ती ने अपना अंतिम मैच
वरुण चक्रवर्ती ने भारत की ओर से अपना पहला इंटरनेशनल मुकाबला साल 2021 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था और उन्होंने अपना अंतिम मैच भी साल 2021 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान ही खेला था, जोकि उन्होंने स्कॉटलैंड के खिलाफ खेला था। तब से वह लगातर टीम से बाहर ही चल रहे है। हालांकि उन्हें टीम से बाहर किए जाने की वजह उनका ख़राब प्रदर्शन रहा था।
बता दें कि वरुण चक्रवर्ती ने भारत की ओर से कुल 6 टी20 मुकाबले खेले थे, जिस दौरान वह सिर्फ 2 ही विकेट चटका सके थे। जिसके चलते मैनेजमेन्ट को उन्हें टीम से बाहर करना पड़ा था।