ऑस्ट्रेलिया का मानना है कि टूर्नामेंट से पहले फिटनेस को लेकर अंतिम फैसला लिया जा सकता है और शुरुआती मुकाबलों का कार्यक्रम टीम को यह लचीलापन देता है।
पैट कमिंस की फिटनेस पर रहेगी सबसे बड़ी नजर

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस पिछले कुछ महीनों से पीठ की समस्या से जूझ रहे हैं। जुलाई में लम्बर स्ट्रेस इंजरी के बाद उन्होंने केवल एक अंतरराष्ट्रीय मुकाबला खेला है। इंग्लैंड के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में सीमित तैयारी के बावजूद उन्होंने शानदार गेंदबाज़ी की थी, लेकिन मेडिकल टीम ने कोई जोखिम न लेते हुए उन्हें बाकी सीरीज़ से बाहर रखा।
अब चार हफ्तों बाद होने वाला स्कैन यह तय करेगा कि वह वर्ल्ड कप में खेलने के लिए पूरी तरह फिट हैं या नहीं। टीम प्रबंधन का साफ कहना है कि कमिंस को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया जाएगा, जबकि उनकी उपलब्धता पर अंतिम फैसला इवेंट के करीब लिया जाएगा।
टिम डेविड की चोट और वापसी की उम्मीद
मिडिल ऑर्डर के अहम बल्लेबाज़ टिम डेविड बॉक्सिंग डे पर ग्रेड टू राइट हैमस्ट्रिंग स्ट्रेन के कारण बिग बैश लीग के बाकी मुकाबलों से बाहर हो गए थे। हालांकि उनकी रिकवरी टाइमलाइन को देखते हुए टीम को भरोसा है कि वह फरवरी की शुरुआत में होने वाले वर्ल्ड कप तक फिट हो सकते हैं।
टिम डेविड अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं और मुश्किल हालात में तेजी से रन बनाकर मैच का रुख बदलने की क्षमता रखते हैं, जिससे उनकी वापसी ऑस्ट्रेलिया के लिए बेहद अहम मानी जा रही है।
जोश हेज़लवुड से बढ़ेगी गेंदबाज़ी की ताकत
तेज़ गेंदबाज़ जोश हेज़लवुड ने इस सीज़न की शुरुआत में भारत के खिलाफ टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था। इसके बाद हैमस्ट्रिंग और अकिलीज़ की चोटों के कारण वह पूरी एशेज सीरीज़ से बाहर रहे।
अब संकेत मिल रहे हैं कि वह दोबारा गेंदबाज़ी शुरू कर चुके हैं और तय समयसीमा के भीतर पूरी तरह फिट हो सकते हैं। उनकी सटीक लाइन-लेंथ और बड़े टूर्नामेंट का अनुभव ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग अटैक को मजबूती देता है।
टीम मैनेजमेंट की रणनीति और आगे की तैयारी
ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने साफ किया है कि चयन प्रक्रिया में लचीलापन रखा जाएगा। ऑस्ट्रेलिया का वर्ल्ड कप में पहला मैच 11 फरवरी को है और ग्रुप चरण में शुरुआती मुकाबले आयरलैंड और ज़िम्बाब्वे के खिलाफ होने हैं, जिससे सीनियर खिलाड़ियों को अतिरिक्त समय मिल सकता है।
इसके अलावा जनवरी के अंत में पाकिस्तान के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज़ भी तैयारियों का अहम हिस्सा होगी। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया की कोशिश यही है कि उसके प्रमुख खिलाड़ी सही समय पर पूरी तरह फिट होकर मैदान में उतरें और टीम को खिताब की मजबूत दावेदार बनाएं।
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