क्रिकेट की दुनिया में जब भी क्लासिक बल्लेबाजी की बात होती है, तो नाम आता है पाकिस्तान के स्टार बल्लेबाज बाबर आज़म (Babar Azam) का। उनकी तकनीक, टाइमिंग और शॉट सिलेक्शन ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास पहचान दिलाई है। लेकिन क्या आप जानते हैं, बाबर का करियर ऊंचाइयों पर पहुंचाने वाली सबसे बड़ी पारी उन्होंने घरेलू क्रिकेट में खेली थी वो भी तब, जब वह पाकिस्तान टीम में जगह बनाने की जद्दोजहद कर रहे थे।
पाकिस्तान के घरेलू टूर्नामेंट कायदे-आजम ट्रॉफी सिल्वर लीग के एक मैच में बाबर आज़म ने ऐसा धमाका किया जिसने विपक्षी गेंदबाजों की नींद उड़ा दी और क्रिकेट जगत को उनके आने वाले सुनहरे भविष्य की झलक दिखा दी।
दूसरी पारी में Babar Azam ने मचाया बवाल

साल 2014 में खेले गए कायदे-आजम ट्रॉफी के इस मुकाबले में स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया। लेकिन शुरुआत बेहद निराशाजनक रही और पूरी टीम महज़ 162 रन पर ढेर हो गई। उस समय नंबर चार पर उतरे बाबर आज़म केवल 2 रन बनाकर पवेलियन लौट गए।
इसके बाद हबीब बैंक लिमिटेड (HBL) ने जवाब में 356 रन ठोक दिए और मैच पर पूरी पकड़ बना ली। लेकिन जैसे ही दूसरी पारी की शुरुआत हुई, बाबर आज़म (Babar Azam) का रुख ही बदल गया। इस बार वह ओपनिंग करने उतरे और मैदान पर ऐसा तूफान मचाया कि विपक्षी गेंदबाजों के लिए उन्हें रोकना नामुमकिन हो गया।
29 चौके और 5 छक्कों की बरसात
बाबर आज़म (Babar Azam) ने दूसरी पारी में अकेले दम पर मैच की तस्वीर पलट दी। उन्होंने 435 गेंदों पर 266 रन की विस्फोटक पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से 29 चौके और 5 छक्के निकले। उनकी बल्लेबाजी में हर शॉट क्लास और ताकत का मिश्रण था — कभी स्ट्रेट ड्राइव, कभी कवर ड्राइव, और बीच-बीच में ऊंचे छक्के।
बाबर की इस ऐतिहासिक पारी की बदौलत SBP ने 8 विकेट पर 527 रन बनाकर पारी घोषित की। हालांकि मैच ड्रॉ रहा, लेकिन पहली पारी की बढ़त के आधार पर HBL को विजेता घोषित किया गया। फिर भी, इस शानदार प्रदर्शन के लिए बाबर आज़म को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।

विराट कोहली से तुलना और सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग
बाबर आज़म (Babar Azam) को अक्सर पाकिस्तान का “विराट कोहली” कहा जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में उनका बल्ला पहले जैसा प्रभाव नहीं दिखा पाया है। आलोचकों का मानना है कि बाबर ने ज्यादातर रन ज़िम्बाब्वे, नेपाल और वेस्टइंडीज जैसी अपेक्षाकृत कमजोर टीमों के खिलाफ बनाए हैं, जबकि भारत, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा। इसी कारण सोशल मीडिया पर उनकी तुलना अक्सर विराट कोहली से की जाती है, और कई बार उन्हें ट्रोलिंग का सामना भी करना पड़ता है।
उनकी स्ट्राइक रेट और कप्तानी शैली पर भी सवाल उठे, जिसके चलते उन्हें टी20 कप्तानी से हटाया गया और टीम से बाहर किया गया। हालांकि, बतौर बल्लेबाज बाबर अब भी पाकिस्तान की टेस्ट और वनडे टीम में अहम भूमिका निभा रहे हैं। लेकिन 2014 में खेली गई उनकी यह 266 रनों की पारी आज भी उनके करियर की सबसे यादगार इनिंग मानी जाती है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बाबर आज़म का करियर
बाबर आज़म (Babar Azam) की यह पारी उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। इस प्रदर्शन के बाद ही उन्हें पाकिस्तान टीम में जगह मिली। उन्होंने 2015 में जिम्बाब्वे के खिलाफ वनडे डेब्यू किया और कुछ ही समय में टीम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बन गए।
अब तक उन्होंने 61 टेस्ट मैचों में 4336 रन (9 शतक, 30 अर्धशतक) , 134 वनडे में करीब 6291 रन (19 शतक, 37 अर्धशतक) और 128 T20 में करीब 4223 रन (3 शतक, 36 अर्धशतक) बनाए हैं। उनकी तकनीकी दक्षता, लंबी पारी खेलने की क्षमता, और क्लासिक शॉट्स ने उन्हें दुनिया के शीर्ष बल्लेबाजों में शामिल कर दिया है।