भारतीय टीम के स्टार स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को क्रिकेट जगत में उनकी सटीक लाइन, घातक स्विंग और नई गेंद से विकेट झटकने की कला के लिए जाना जाता है। लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उन्होंने बल्ले से ऐसा कमाल दिखाया, जिसे आज भी फर्स्ट क्लास क्रिकेट की सबसे यादगार पारियों में गिना जाता है।
दलीप ट्रॉफी में नॉर्थ जोन के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतकीय पारी खेली थी। उनकी यह पारी इतनी शानदार थी कि विरोधी टीम के गेंदबाज भी हैरान रह गए।
नॉर्थ जोन की धमाकेदार शुरुआत, युवराज और धवन ने बनाए शतक
यह मुकाबला 14 से 17 अक्टूबर 2012 के बीच हैदराबाद में खेला गया था। नॉर्थ जोन की कमान उस समय शिखर धवन के हाथों में थी, जबकि सेंट्रल जोन की ओर से भुवनेश्वर कुमार खेल रहे थे। नॉर्थ जोन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 451 रन बनाए।
टीम की ओर से युवराज सिंह ने 208 रनों की डबल सेंचुरी और कप्तान शिखर धवन ने 121 रन बनाए। उस समय भुवनेश्वर (Bhuvneshwar Kumar) ने गेंद से एक विकेट झटका था, लेकिन असली धमाका तो तब हुआ जब सेंट्रल जोन की पारी शुरू हुई। शुरुआती और मध्यक्रम के बल्लेबाज पूरी तरह फ्लॉप रहे, और टीम पर फॉलो-ऑन का खतरा मंडराने लगा।
नंबर 8 पर उतरे भूवी और लगाया शानदार शतक
जब सेंट्रल जोन मुश्किल में थी, तब नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने उतरे भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने खेल की दिशा ही बदल दी। उन्होंने बेहद समझदारी से शुरुआत की और धैर्य के साथ अपनी पारी को आगे बढ़ाया। धीरे-धीरे उन्होंने स्ट्रोक प्ले शुरू किया और अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीत लिया। भुवनेश्वर ने 253 गेंदों में 128 रनों की पारी खेली, जिसमें 13 चौके और 3 छक्के शामिल थे।
उन्होंने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ अहम साझेदारियाँ कीं और सेंट्रल जोन को नॉर्थ जोन के 451 के स्कोर से आगे पहुंचा दिया। जब वे आउट हुए, तब सेंट्रल जोन का स्कोर 469 रन हो चुका था। उनकी यह पारी पूरी तरह मैच का रुख बदल देने वाली थी। निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में भुवनेश्वर ने जो आत्मविश्वास दिखाया, वह काबिले तारीफ था।
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गेंद से भी दिखाया कमाल, बने प्लेयर ऑफ द मैच
भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने सिर्फ बल्ले से नहीं, बल्कि गेंद से भी अपना जलवा दिखाया। नॉर्थ जोन की दूसरी पारी में उन्होंने एक विकेट हासिल किया। शिखर धवन की कप्तानी वाली नॉर्थ जोन ने दूसरी पारी 187/4 पर घोषित की और सेंट्रल जोन को 171 रन का लक्ष्य दिया। जवाब में सेंट्रल जोन ने 39 रन बनाए और मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
हालांकि पहली पारी में 469 रन बनाकर सेंट्रल जोन को बढ़त मिली थी, जिसके चलते उसे विजेता घोषित किया गया। इस शानदार प्रदर्शन के लिए भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
Bhuvneshwar Kumar का इंटरनेशनल करियर

इस मैच के बाद भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) का आत्मविश्वास और प्रदर्शन दोनों नई ऊंचाइयों पर पहुंच गए। इसी के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एंट्री की। 2012 में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने भारत के लिए वनडे और टी20 डेब्यू किया और अगले साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया।
भुवनेश्वर ने भारत के लिए अब तक 121 वनडे में 141 विकेट, 87 टी20 मैचों में 90 विकेट और 21 टेस्ट में 63 विकेट झटके हैं। गेंदबाजी में उनकी सटीकता ने उन्हें भारत का भरोसेमंद स्विंग बॉलर बनाया। हालांकि हाल के वर्षों में लगातार चोट और ख़राब फॉर्म के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया , लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका प्रदर्शन अब भी शानदार है।
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FAQS
भुवनेश्वर कुमार कौन हैं?
भुवनेश्वर कुमार का इंटरनेशनल करियर कैसा रहा है?