Cheteshwar Pujara 352 Runs Knock: चेतेश्वर पुजारा की गिनती उन बल्लेबाजों में की जाती है, जो मुख्य रूप से टेस्ट के लिए ही बने थे। पुजारा के अंदर वो सभी क्वालिटी थीं, जो टेस्ट में सफल होने के लिए चाहिए। शायद यही कारण है कि वो टीम इंडिया के लिए एक दशक से भी ज्यादा खेले और रणजी ट्रॉफी में लम्बे समय तक धमाल मचाया।
फर्स्ट क्लास में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) के नाम 3 तिहरे शतक दर्ज हैं, जिसमें से 2 सौराष्ट्र और 1 इंडिया ए के लिए आया। इनमें से एक 2013 में रणजी के क्वार्टर फाइनल में आया था, जिसके बारे में हम आपको इस लेख में बताने जा रहे हैं।
कर्नाटक के खिलाफ Cheteshwar Pujara ने रणजी के कॉर्टर फाइनल में दिखाई अपनी क्लास

2012/13 रणजी ट्रॉफी सीजन का क्वार्टर फाइनल मुकाबला सौराष्ट्र और कर्नाटक के बीच खेला गया था। इस मुकाबले में कर्नाटक ने अपने बल्लेबाजों के दमदार प्रदर्शन के कारण जीत हासिल की थी। सौराष्ट्र की जीत में दिग्गज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की बल्लेबाजी का बहुत ही अहम योगदान रहा था, क्योंकि उन्होंने दमदार तिहरा शतक जड़ते हुए अपने फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बड़ी पारी खेली थी।
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने 427 गेंदों का सामना करते हुए 82.43 के स्ट्राइक रेट से 352 रन बनाए। इस दौरान उनके पारी में 49 चौके और 1 छक्का शामिल रहा, यानी पुजारा ने कुल 50 बाउंड्री लगाईं।
इस तरह चेतेश्वर पुजारा ने तय किया अपने सर्वोच्च फर्स्ट क्लास स्कोर का सफर
राजकोट में खेले गए मुकाबले में सौराष्ट्र ने अपनी पहली पारी में 469 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में कर्नाटक 396 पर ढेर हो गई। इस तरह सौराष्ट्र को 73 रनों की बढ़त हासिल हो गई। दूसरी पारी में सौराष्ट्र ने छठे ओवर में ही अपना पहला विकेट गंवा दिया और फिर चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) बल्लेबाजी करने के लिए उतरे।
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने साझेदारी करने पर ध्यान दिया और पहले कप्तान जयदेव शाह (31) के साथ शतकीय साझेदारी की। फिर शेल्डन जैक्सन (117) के साथ 200 से ज्यादा की साझेदारी कर स्कोर को 550 के पार पहुंचा दिया। इस दौरान पुजारा ने अपना शतक, दोहरा शतक और फिर बाद में तिहरा शतक भी पूरा कर लिया।
लग रहा था कि शायद पुजारा के बल्ले से 400 का आंकड़ा भी पार हो जाए लेकिन फिर उन्हें कृष्णप्पा गौतम ने आउट कर दिया और उनकी मैराथन पारी पर विराम लग गया।
पुजारा की मैराथन पारी से सौराष्ट्र को मिली जीत
चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) की ट्रिपल सेंचुरी, शेल्डन जैक्सन का शतक, सागर जोगियानी और कमलेश मकवाना की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत सौराष्ट्र ने अपनी दूसरी पारी 718/9 का स्कोर बनाया। मैच में आगे समय ना होने के कारण अंपायर्स ने ड्रॉ का फैसला लिया। सौराष्ट्र को अपनी पहली पारी की बढ़त का फायदा मिला और उसे विजेता घोषित कर दिया गया।
इसके बाद, सेमीफाइनल में सौराष्ट्र ने पंजाब को हराया लेकिन फाइनल में उसे खिताबी मुकाबले में हार का सामना पड़ा। फाइनल में मुंबई ने सौराष्ट्र को एक पारी और 125 रनों से हराकर रणजी का टाइटल अपने नाम किया।
सभी क्रिकेट फॉर्मेट से रिटायर हो चुके हैं पुजारा
भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने कुछ समय तक इंतजार किया लेकिन जब उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए नहीं चुना गया तो वो समझ गए कि अब शायद उनके लिए दरवाजे बंद हो गए हैं। इसी वजह से पुजारा ने 24 अगस्त को सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया।
चेतेश्वर पुजारा ने टीम इंडिया के लिए 103 टेस्ट और 5 वनडे खेले। वहीं, फर्स्ट क्लास में 278 मैचों में 51.82 की औसत से 21301 रन बनाए, जिसमें 66 शतक और 81 अर्धशतक भी शामिल रहे।
FAQs
चेतेश्वर पुजारा ने रणजी में किसके खिलाफ 352 रनों की पारी खेली थी?
चेतेश्वर पुजारा ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में कितने तिहरे शतक लगाए?
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