भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar): भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) भारत के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक है. लेकिन जितनी तारीफ उनकी गेंदबाजी की जाती है उतना ही उनकी बल्लेबाजी को हल्का में लिया जाता है. उनकी बल्लेबाजी को हमेशा कम आका जाता है.
लेकिन उन्होंने अपनी बल्लेबाजी के दम पर उन्होंने इंडिया को बहुत से मैचों में महत्वपूर्ण रन बनाकर टीम को मुश्किल परिस्थितियों से निकलने में मदद की है. उनकी श्रीलंका के खिलाफ एमएस धोनी के साथ की गई मैच विनिंग साझेदारी को शायद ही कोई भूल सकता है.
Bhuvneshwar Kumar ने खेली थी लाजवाब पारी
इस आर्टिकल में हम भुवी की ऐसी पारी के बारे में जानेंगे जिसमें उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को भौंचक्का कर दिया था. इस मैच में उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से अपनी टीम को मैच में बढ़त बनाने में मदद की थी. इस मैच में भुवनेश्वर ने 253 गेंदों का सामना किया था. इस पारी के दौरान उन्होंने 13 चौके और 3 छक्के लगाकर 128 रन बनाये थे.
युवराज और धवन ने लगाया शतक
दरअसल ये मैच दिलीप ट्रॉफी में नार्थ जोन और सेंट्रल जोन के बीच साल 2012 में खेला गया था. जिसमें नार्थ जोन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. नार्थ जोन के कप्तान शिखार धवन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाया था. शिखर ने इस मैच में 200 गेंदों का सामना करते हुए 121 रन बनाये थे.
जबकि मध्यक्रम में युवराज सिंह ने काफी संभली पारी खेलते हुए दोहरा शतक लगाया था. युवराज ने इस मैच में 241 गेंदों में 208 रन बनाये थे. जिसकी बदौलत नार्थ जोन की टीम 451 रन बनाने में सफल हुई थी.
सेंट्रल जोन की तरफ से कप्तान मोहम्मद कैफ ने अर्धशतक लगाया था लेकिन उसके अलावा बाकी सभी बल्लेबाज शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे थे. भुवनेश्वर ने महेश रावत और नीचे के बल्लेबाजों के साथ मिलकर सेंट्रल जोन को 469 तक पहुंचने में मदद की थी. जिसकी बदौलत सेंट्रल जोन ने इस मैच की पहली पारी में 18 रनों की बढ़त बना ली थी.
ड्रा हुआ मैच
नार्थ जोन ने दूसरी पारी में तेजी से खेलते हुए 52 ओवर में 187 रनों पर अपनी पारी घोषित कर दी थी ताकि मैच का कुछ नतीजा निकल सकें. हालाँकि सेंट्रल जोन ने आखिरी के 13 ओवर में संभल कर खेलते हुए 1 विकेट के नुकसान पर 39 रन बना लिए थे. और अंततः ये मैच ड्रा पर समाप्त हो गया.