Indian Cricketers: क्रिकेट दुनिया का सबसे पसंदीदा और देखा जाने वाला खेल है। युवाओं में क्रिकेट का खेल बहुत ज्यादा प्रचलित है। बहुत से युवा इसमें अपना करियर भी बना रहे हैं लेकिन कई बार ऐसी घटना घटित हो जाती है जिसके बाद क्रिकेट जैसे खेल से लोगों का विश्वास उठ जाता है।
क्रिकेट इतिहास के पन्नो में 7 अप्रैल एक ऐसा काला दिन है जिस दिन 2 भारतीय क्रिकेटरों (Indian Cricketers) पर आजीवन बैन लगाया गया था। उस दिन को चाह कर भी कोई भी क्रिकेट प्रेमी नहीं भूल सकता। उस दिन क्रिकेट फैंस की भावनाएं आहत हुई थी। तो आईए जानते हैं इतिहास में 7 अप्रैल को आखिरी क्या हुआ था-
आखिर क्यों कहते हैं 7 अप्रैल को काला दिन?
दरअसल, 7 अप्रैल को क्रिकेट की दुनिया के नाम एक काला अध्याय जुड़ा है। इस दिन साल 2000 में दक्षिण अफ्रीका के तत्कालिन कप्तान हैंसी क्रोनिए और भारतीय सट्टेबाजों के बीच मैच फिक्सिंग का खुलासा किया था। जिसने क्रिकेट फैंस को हैरान कर दिया था।
इस सच के बाहर आने के बाद फैंस का क्रिकेट जैसे खेल से भरोसा सा उठ गया था। दिल्ली पुलिस ने जांच के बाद पाया कि हैंसी क्रोनिए भारतीय सट्टेबाजों के साथ मिलकर मैच फिक्सिंग कर रहे हैं। इसमें कई और खिलाड़ियों के नाम भी सामने आए। जिसमें कई भारतीय नाम भी शामिल थे।
2 Indian Cricketers पर लगा आजीवन बैन
जब यह सूचना बाहर आई तो भारत, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका जैसे कई देशों की पुलिस ने जांच तेज कर दी। जिसमें भारतीय क्रिकेट टीम के तत्कालीन कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन और खिलाड़ी अजय जडेजा का भी नाम सामने आया इन दोनों खिलाड़ियों पर भी सट्टेबाजी का आरोप था। हालांकि बाद में जांच में मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय शर्मा दोषी पाए गए। जिस पर बीसीसीआई (BCCI) ने एक्शन लेते हुए दिसंबर में दोनों खिलाड़ियों (Indian Cricketers) पर आजीवन बैन लगा दिया।
दोनों खिलाड़ियों का क्रिकेट करियर
अगर मोहम्मद अजहरुद्दीन और अजय शर्मा के क्रिकेट करियर की बात की जाए तो अजहरुद्दीन ने इंटरनेशल क्रिकेट में 433 मैच खेले थे जिनमें उन्होंने 15593 रन बनाए थे। वहीं अजय शर्मा ने भारत के लिए 32 मैच खेले जिनमें उन्होंने 477 रन बनाए।
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