रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin): टीम इंडिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया में हो रही बॉर्डर गावस्कर सीरीज के बीच में ही सभी फैंस को चौंकाते हुए संन्यास ले लिया है. बॉर्डर गावस्कर सीरीज के अभी 3 मैच ही हुए है लेकिन अश्विन ने संन्यास लेकर सभी को हैरान कर दिया.
इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर सीरीज के तीन मैच हो चुके है और अभी सीरीज 1-1 की बराबरी पर खड़ी हुई है. इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन के गाबा में हुआ तीसरा टेस्ट मैच बारिश की वजह से ड्रा हो गया. इस आर्टिकल में हम उन 3 कारणों को जानेंगे जिसकी वजह से रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने संन्यास का फैसला लिया है.
Ravichandran Ashwin ने लिया संन्यास
बढ़ती उम्र- रविचंद्रन अश्विन की बढ़ती उम्र उनके संन्यास लेने का सबसे बड़ा कारण है. रविचन्द्रन अश्विन अभी 38 साल के है और एक गेंदबाज के लिए इस उम्र में गेंदबाजी करना काफी कठिन काम होता है. उनकी फिटनेस शुरू से ही बहुत अच्छी नहीं थी लेकिन फिर भी इस फिटनेस के साथ अब गेंदबाजी करना काफी मुश्किल काम है जिसकी वजह से उन्होंने संन्यास ले लिया है.
फॉर्म में गिरावट- रविचंद्रन अश्विन की पिछली कुछ समय से फॉर्म में डिप आया है जिसकी वजह से भी उन्होंने संन्यास लेने का मन बनाया होगा. अश्विन ने जब से क्रिकेट खेलना शुरू किया है तब से ही वो अच्छी गेंदबाजी करते रहे है लेकिन इस होम सीजन और बॉर्डर गावस्कर सीरीज में उनका प्रदर्शन साधारण रहा है जिसकी वजह से उन्होंने संन्यास लिया है. अश्विन ने पिछले 6 मैचों में 21 विकेट लिए है.
मौका न मिलना- टीम इंडिया को अभी लगभग एक साल तक कोई भी टेस्ट मैच अपने घर पर नहीं खेलना है. टीम इंडिया फ़िलहाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है और उन्हें जून जुलाई में इंग्लैंड के खिलाफ इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलनी है.
विदेशों में रविचंद्रन अश्विन का रिकॉर्ड खासकर इंग्लैंड में इतना अच्छा नहीं है और वाशिंगटन सुन्दर के आने की वजह से उन्हें पहले मौका मिलना मुश्किल था जिसकी वजह से उन्होंने संन्यास लेने का फैसला लिया था.