Indian Cricket Team: जब भी कोई खिलाड़ी शतक, दोहरा शतक जड़ता है तो उसे अगले मैच में जरूर खेलने का मौका मिलता है। लेकिन आज हम तीन ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने शतक, दोहरा शतक और यहां तक की तीसरा शतक भी जड़ दिया। लेकिन अगले मैच में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। यानी कि उन्हें ड्रॉप कर दिया गया।
इन तीन खिलाड़ियों को किया गया ड्रॉप

मनोज तिवारी (Manoj Tiwary)
इस लिस्ट में पहला नाम जिसका है वो कोई और नहीं बल्कि भारत के पूर्व बल्लेबाज मनोज तिवारी हैं, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कुल 12 वनडे मैच और तीन टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले। डोमेस्टिक क्रिकेट में 18000 से ज्यादा रन बनाने वाले मनोज तिवारी ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 2011 में बेहतरीन 104* रनों की पारी खेली। मगर कप्तान एमएस धोनी ने उन्हें अगले मैच में नहीं खिलाया।
इसका मलाल उन्हें आज भी है और वो कई बार ऐसा कह चुके हैं कि अगर उन्हें रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसा सपोर्ट मिला होता तो वह भी बहुत नाम कमाते। हालांकि ऐसा नहीं है कि उन्हें उसके बाद आगे मौका नहीं मिला, उन्हें मौका मिला। लेकिन उसके बाद वो लगातार फ्लॉप ही होते चले गए। इसके चलते साल 2015 के बाद उन्हें भारत के लिए खेलने का अवसर नहीं मिला।
करुण नायर (Karun Nair)
भारत के स्टार बल्लेबाज करुण नायर ने साल 2016 में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए डेब्यू किया और उस दौरान उन्होंने एक बेहतरीन तिहरा शतक जड़ डाला। उन्होंने अपने तीसरे ही मैच में 381 गेंद में नाबाद 303 रनों की पारी खेली और उम्मीद थी कि उन्हें आगे लगातार मौके मिलते रहेंगे। लेकिन 16 दिसंबर के बाद उन्हें अगला मैच 4 मार्च को खेलने को मिला और उसके बाद महज तीन चांस के बाद उन्हें हमेशा के लिए टीम से ड्रॉप कर दिया गया।
इसके बाद उन्हें सीधा साल 2025 में वापसी का चांस मिला। लेकिन इस दौरान वो गिने चुने मैचों में कुछ अच्छा नहीं कर पाए इसकी वजह से उन्हें फिर से टीम से बाहर कर दिया गया।
ईशान किशन (Ishan Kishan)
शतक या दोहरा शतक जड़ने के बाद भी जिन खिलाड़ियों को टीम से बाहर होना पड़ा उनमें अगला नाम है ईशान किशन का। ईशान किशन ने साल 2022 के अंत में बांग्लादेश क्रिकेट टीम के खिलाफ 210 रन की एक बेहतरीन पारी खेली थी। मगर उसके बाद उन्हें उस तरह से कंसिस्टेंट खेलने का मौका नहीं मिला और बाद में 2023 के बाद उन्हें टीम से ड्रॉप ही कर दिया गया।
किशन के नाम आज भी वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट का सबसे तेज दोहरा शतक जड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है और वो वनडे में 42.40 की औसत से रन बना रहे हैं। मगर फिर भी उन्हें कंसीडर नहीं किया जा रहा।
FAQs
टीम इंडिया को अपना अगला मैच कब और किसके साथ खेलना है?
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