3 Indian players gets dropped after 5 wicket haul: टीम इंडिया में खिलाड़ियों के बीच काफी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलती है। कई बार अच्छा करने के बावजूद खिलाड़ियों को अपनी जगह गंवानी पड़ती है। इसके एक नहीं, बल्कि कई उदाहरण हैं । हालांकि, इनमें से कुछ खिलाड़ियों ने फिर बाद में वापसी भी की। हालांकि, कुछ ऐसे भी भारतीय प्लेयर रहे, जिन्होंने जिस फॉर्मेट में अपने आखिरी में फाइव विकेट (Wicket) हॉल लिया, उसमें दोबारा उन्हें जगह नहीं मिली।
हम आपको इस लेख में ऐसे ही 3 भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने 5 विकेट (Wicket) हॉल लिया लेकिन फिर उस फॉर्मेट में दोबारा कभी खेलते नजर नहीं आए।
इन 3 भारतीय खिलाड़ियों को आखिरी मैच में 5 विकेट हॉल लेने के बावजूफ फिर नहीं मिला खेलने का मौका

1. इरफान पठान (वनडे फॉर्मेट)
इरफान पठान भारतीय क्रिकेट के उन ऑलराउंडर्स में शामिल रहे, जिन्होंने कम उम्र में ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना ली थी। स्विंग गेंदबाज़ी, उपयोगी बल्लेबाज़ी और बड़े मैचों में प्रदर्शन उनकी सबसे बड़ी ताकत थी। इरफान पठान ने वनडे फॉर्मेट में अपने आखिरी मैच में शानदार गेंदबाज़ी करते हुए 5 विकेट (Wicket) हॉल लिया था लेकिन फिर उन्हें इस प्रारूप में अपना जलवा दिखाने का मौका नहीं मिला। पठान ने अपना आखिरी वनडे मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला था, जिसमें उन्होंने 5/61 के आंकड़े दर्ज किए थे।
उस समय टीम इंडिया में तेज गेंदबाज़ी ऑलराउंडर के रूप में नई योजनाएँ बन रही थीं। फिटनेस, निरंतरता और टीम कॉम्बिनेशन के चलते इरफान को टेस्ट टीम में दोबारा शामिल नहीं किया गया। इसके बाद उनका वनडे करियर यहीं खत्म हो गया, भले ही आखिरी मैच में उनका प्रदर्शन प्रभावशाली रहा हो।
2. प्रज्ञान ओझा (टेस्ट फॉर्मेट)
प्रज्ञान ओझा भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में बेहद सफल बाएं हाथ के स्पिनर रहे हैं। घरेलू क्रिकेट और विदेशी दौरों पर उन्होंने कई बार टीम को संकट से निकाला। ओझा ने अपने आखिरी टेस्ट मैच में भी शानदार गेंदबाज़ी करते हुए दोनों पारियों में फाइव विकेट (Wicket) हॉल लिया था। यह वही मुकाबला था जो सचिन तेंदुलकर के विदाई टेस्ट के रूप में भी जाना जाता है। ओझा ने मैच में 5/40 और 5/49 के आंकड़े दर्ज किए थे।
इसके बावजूद, ओझा को दोबारा टेस्ट टीम में दोबारा मौका नहीं मिला। उस समय रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की जोड़ी टीम इंडिया की स्थायी पसंद बन चुकी थी। इसके अलावा, गेंदबाज़ी एक्शन को लेकर उठे सवालों ने भी ओझा के करियर पर असर डाला। नतीजतन, आखिरी टेस्ट में धमाल मचाने के बावजूद फिर उन्हें दोबारा खेलने का मौका नहीं मिला और यही मैच उनके करियर का आखिरी भी साबित हुआ।
3. अमित मिश्रा (वनडे फॉर्मेट)
लेग स्पिनर अमित मिश्रा उन अनलकी खिलाड़ियों में से एक रहे, जिन्हें कई बार अच्छा करने के बावजूद टीम से ड्रॉप होना पड़ता था। भारत के लिए मिश्रा ने काफी कम उम्र में डेब्यू कर लिया था लेकिन कभी उन्हें नियमित रूप से नहीं खिलाया गया। कुछ ऐसा ही उनके साथ वनडे फॉर्मेट में भी हुआ। मिश्रा ने अपने आखिरी वनडे मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 विकेट (Wicket) हॉल लिया था लेकिन यही मैच उनका आखिरी भी साबित हुआ।
चयनकर्ताओं ने युवा खिलाड़ियों को प्राथमिकता दी और सीमित ओवरों में स्पिन विभाग में नए विकल्प तलाशे गए। उम्र और भविष्य की योजनाओं के कारण अमित मिश्रा का वनडे करियर उसी मैच के साथ समाप्त हो गया, जबकि उनका आखिरी प्रदर्शन पूरी तरह से चयन के पक्ष में था।
FAQs
इरफ़ान पठान ने अपने आखिरी वनडे मैच में किसके खिलाफ फाइव विकेट (Wicket) हॉल लिया था?
प्रज्ञान ओझा ने अपने आखिरी टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ कितने विकेट (Wicket) लिए थे?
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