(cricket team): 3 मार्च क्रिकेट के इतिहास में एक काले पन्ने के रूप में दर्ज है. इस दिन पाकिस्तान में श्रीलंका की टीम पर आतंकवादी हमला हुआ था. किसी को कोई भनक भी नहीं थी कि क्या होने वाला है. पाकिस्तान और श्रीलंका की टीम मैच खेल रही थी लेकिन आतंकवादियों का प्लान कुछ और ही था. वो अपने प्लान को अंजाम देने में सफल हो गए थे. इस दिन आतंकवादियों ने खूनी खेल खेला था जिसमें कई लोगों की जान भी चली गयी थी.
श्रीलंका की टीम पर हुआ आतंकवादी हमला
इस आतंकवादी हमले में श्रीलंकाई खिलाड़ियों निशाना बनाया गया था. आतंकवादियों ने कराची में श्रीलंका की टीम बस पर हमला किया था जिसमें पाकिस्तान के 6 पुलिस वाले भी शहीद हो गए थे. इस हमले में श्रीलंका के बस ड्राइवर ने बड़ी सूझबूझ दिखाई थी जिसके चलते श्रीलंका के किसी खिलाड़ी को कोई ज्यादा गंभीर चोट नहीं आयी थी. श्रीलंका के कुछ खिलाड़ी चोटिल जरूर हुए थे लेकिन किसी को भी ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था. वो टीम बस को सीधे स्टेडियम के अंदर ले गया था.
दूसरे टेस्ट मैच के दौरान घटी थी घटना
दरअसल श्रीलंका की टीम उस समय पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज खेलने के लिए पहुंची हुई थी. श्रीलंका और पाकिस्तान के बीच पहला मैच 21 से 25 फरवरी के बीच खेला गया था और ये मैच ड्रा हो गया था. जबकि दूसरा मैच 1-5 मार्च के बीच खेला जाना था. मैच के तीसरे दिन श्रीलंका की टीम ग्राउंड जा रही थी जहाँ पर कुछ नकाबपोश आतंकवादियों ने श्रीलंका की टीम बस पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दिया था.
श्रीलंका के खिलाड़ियों को आयी थी चोट
इस हमले में श्रीलंका के कुछ खिलाड़ी चोटिल हुए थे जिसमें श्रीलंका के तब के कप्तान महेला जयवर्धने, कुमार संगाकारा, थिलन समरवीरा, अजंता मेंडिस, चामिंडा वास और थरंगा पारनविताना शामिल थे. इस हमले के बाद श्रीलंका टीम बीच में ही टेस्ट मैच छोड़कर वापस स्वदेश लौट गयी थी.
इस आतंकवादी हमले के बाद किसी भी टीम ने पाकिस्तान जाने मना कर दिया था और लगभग एक दशक तक कोई भी टीम पाकिस्तान नहीं गयी थी. हालाँकि साल 2019 में फिर से पाकिस्तान में क्रिकेट की शुरुआत हुई और अब टीमें वहां जाने लगी है और अब तो आईसीसी इवेंट भी पाकिस्तान में होस्ट किया जा रहा है. हालाँकि पाकिस्तान पहले ही राउंड से बाहर हो गयी है.