पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw): पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) भारत के उभरते सितारों में से एक थे. कई दिग्गज उनकी तुलना क्रिकेट के भगवन सचिन तेंदुलकर से करैत थे. तो वहीँ टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री ने उनको सचिन, सेहवाग और लारा का कॉम्बिनेशन तक बता दिया था.
लोग उन्हें अगला सचिन तेंदुलकर बोलते थे लेकिन जिस प्रकार से उन्होंने पिछले कुछ सालों में अपने आप को ढाला है उससे वो सचिन तेंदुलकर तो बनते हुए नहीं दिख रहे है लेकिन वो अगले विनोद कांबली जरूर बन सकते है.
Prithvi Shaw बनते जा रहे हैं कांबली
शॉ का करियर भी कांबली की तरह ही होता जा रहा है, जिनकी शुरुआत तो क्रिकेट में बहुत अच्छी रही लेकिन फिर वो कहीं गायब हो गए. इसका अंदाजा भी लगने लगा है कि वो अगले कांबली बन सकते है. हाल ही में सऊदी अरब में ख़त्म हुए ऑक्शन में पृथ्वी शॉ को किसी भी टीम ने बोली लगाने लायक नहीं समझा और वो इस ऑक्शन में अनसोल्ड हो गए. पृथ्वी शॉ के अनसोल्ड होने के पीछे कई कारण है और हम उनमें से कुछ कारणों को इस आर्टिकल में देखेंगे.
Prithvi Shaw की ख़राब फॉर्म
पृथ्वी शॉ का अनसोल्ड रहने के कई कारण है जिनमें से सबसे बड़ा कारण उनकी हालिया फॉर्म है. शॉ को इसी रणजी ट्रॉफी में उनकी ख़राब फॉर्म के चलते मुंबई की टीम से भी ड्राप कर दिया गया था और अब वो आईपीएल में भी अनसोल्ड हो गए है.
Prithvi Shaw की ख़राब फिटनेस
पृथ्वी शॉ अभी मात्र 25 साल के है और उनकी फिटनेस बहुत ख़राब है. शॉ की फिटनेस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पृथ्वी शॉ को पिछले आईपीएल सीजन तक सिर्फ बल्लेबाजी ही कराइ जाती थी जबकि फील्डिंग में दूसरे खिलाड़ी को भेजा जाता था. एक युवा खिलाड़ी के तौर पर पृथ्वी शॉ की फिटनेस ख़राब नहीं हो सकती है. यही कारण है कि वो अनसोल्ड रहे है.
Prithvi Shaw के डिसिप्लिनरी ईसु
पृथ्वी शॉ का जब से नाम बना है तब से ही उनकी डिसिप्लिनरी इसु की समस्या रही है. जिसकी समय समय पर अलग अलग टीम मैनेजमेंट और बीसीसीआई को शिकायत भी की गई है. इसी वजह से उन्हें 2018 में ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही बीच में भारत वापस भेज दिया गया था.