Shreyas Iyer: मुंबई से आने वाले धाकड़ बल्लेबाज श्रेयस अय्यर का इंटरनेशनल करियर अभी तक काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। घरेलू क्रिकेट में बल्ले से धमाल मचाने वाले श्रेयस को सबसे पहले व्हाइट बॉल में टीम इंडिया के लिए डेब्यू का मौका मिला। इसके कुछ साल बाद उनका टेस्ट डेब्यू भी हो गया था। अय्यर को फ्यूचर स्टार माना जा रहा था और उम्मीद लगाई जा रही थी कि वह भी विराट कोहली की तरह तीनों ही फॉर्मेट में धमाल मचाएंगे। शुरुआत में इसके संकेत भी मिले लेकिन फिर उनका करियर ढलान की तरफ चला गया।
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने भारत के लिए अपना वनडे और टी20 डेब्यू साल 2017 में किया था। वहीं टेस्ट डेब्यू के लिए उन्हें चार साल इंतजार करना पड़ा और फिर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में कानपुर में खेले गए मैच में पदार्पण का मौका मिला। हालांकि, अय्यर अब सिर्फ एक फॉर्मेट के ही खिलाड़ी बनकर रह गए हैं।
उन्हें वनडे में मौके मिल रहे हैं लेकिन टेस्ट में एक साल से ज्यादा होने के बावजूद वापसी नहीं हुई है। वहीं टी20 टीम से लगभग दो साल से बाहर हैं। चलिए आपको बताते हैं वो 3 कारण कि क्यों अय्यर की अब टेस्ट और टी20 में वापसी मुश्किल है।
1. टीम इंडिया के पास कई विकल्प मौजूद
टेस्ट में भारत के पास कई विकल्प आ गए हैं। हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर साई सुदर्शन को डेब्यू का मौका मिला। जबकि करुण नायर की भी वापसी हुई है। वहीं ध्रुव जुरेल भी कतार में हैं। इसके अलावा सरफराज खान को अच्छे प्रदर्शन के बावजूद बाहर कर दिया गया। ऐसे में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के लिए टेस्ट में वापसी के दरवाजे खुलना काफी मुश्किल है।
दूसरी तरफ टी20 में भी कुछ ऐसा ही हाल है। अय्यर टॉप 4 में बल्लेबाजी करते हैं, जहां अभी स्पॉट खाली नहीं है। ओपनिंग के कई विकल्प हैं, वहीं 3 और 4 पर तिलक वर्मा और कप्तान सूर्यकुमार यादव का कब्जा है।
2. अन्य खिलाड़ियों की तुलना में Shreyas Iyer का प्रदर्शन रहा है साधारण
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने डेब्यू में धमाकेदार शतक जड़ा था। इसके बाद भी उन्होंने कुछ प्रभावित करने वाली पारियां खेली लेकिन फिर उनका फ्लॉप शो शुरू हो गया। उन्हें कुछ मौके दिए गए लेकिन वह भुना नहीं पाए। इसी वजह से उन्हें पिछले साल इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज के बाद से ही टेस्ट में दोबारा नहीं चुना गया है। अय्यर ने अपने टेस्ट करियर में अभी तक 14 मैचों में 36.86 की औसत से 811 रन बनाए हैं।
वहीं टी20 में श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) के नाम 51 मैचों में 30.66 की औसत से 1104 रन दर्ज हैं। ये आंकड़े देखने में खराब नहीं हैं लेकिन हालिया समय में उनसे बेहतर अन्य खिलाड़ियों का प्रदर्शन रहा है। इसी वजह से अब उनकी वापसी की राह बहुत मुश्किल हो गई है।
3. ऑल फॉर्मेट खिलाड़ी के रूप में Shreyas Iyer को नहीं देख रहा मैनेजमेंट
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को हाल के समय में टीम मैनेजमेंट सिर्फ वनडे में ही मुख्य खिलाड़ी के तौर पर देख रहा है। इसी वजह से उनका चयन वनडे टीम में हो रहा है लेकिन अन्य फॉर्मेट में वह नजरअंदाज किए जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा संकेत इंग्लैंड दौरा और एशिया कप है।
अय्यर ने घरेलू रेड बॉल टूर्नामेंट में अच्छा किया था लेकिन फिर भी वह पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुने गए हैं। वहीं IPL 2025 में भी उनके अच्छे प्रदर्शन के बावजूद एशिया कप की टीम में उन्हें जगह नहीं दी गई। इससे साफ़ पता चलता है कि टेस्ट और टी20 में अय्यर का करियर लगभग खत्म हो गया है।