एमएस धोनी (MS Dhoni): एमएस धोनी (MS Dhoni) भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे बेहतरीन कप्तानों में से एक है. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने आईसीसी की तीनों ट्रॉफी पर कब्ज़ा किया था और वो ऐसा करने वाले पहले कप्तान बने थे और अभी कोई उनके रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है. उनकी कप्तानी की वजह से उनकी बल्लेबाजी की इतनी बात नहीं होती है.
उन्होंने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के दम पर टीम इंडिया को कई असम्भव मैच जिताये है. जब तक एमएस धोनी क्रीज़ पर होते थे तब तक कभी भी मैच में भारतीय टीम के जीत की सम्भावना ख़त्म नहीं होती थी. इसी वजह से वो दुनिया के सबसे बेहतरीन फिनिशर है उन्होंने टीम इंडिया को कई ऐसे मैच जिताये है जिसमें इंडिया की जीत लगभग नामुमकिन लगती थी.
MS Dhoni ने खेली थी ताबड़तोड़ पारी
इस आर्टिकल में हम धोनी की ऐसी ही पारी के बारे में जानेंगे जिसमें वो अपनी टीम को जीत तो नहीं दिला पाए थे लेकिन वन मैन आर्मी की तरह अकेले लड़ते रहे थे. इस पारी में धोनी ने 147 मिनट क्रीज़ पर बिताये थे और उन्होंने इस दौरान 108 गेंदों का सामना किया था जिसमें उन्होंने 5 चौके और 4 छक्के की मदद से 70 रन बनाये थे. इस पारी में उन्होंने 44 रन सिर्फ बाउंड्री से बनाये थे.
दिल्ली ने बनाया सम्मानजनक स्कोर
दरअसल ये मैच दिल्ली और झारखण्ड के बीच साल 2016 में खेला गया था. जिसमें दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी की थी. दिल्ली के कई बल्लेबाजों को शुरुआत तो मिली थी लेकिन वो उसको बड़ी पारी में नहीं तब्दील कर पाए थे. दिल्ली की टीम की तरफ से नितीश राणा ने सबसे ज्यादा 44 रन बनाये थे. जिसकी बदौलत दिल्ली की टीम 225 रन बनाने में सफल हुई थी.
धोनी की जुझारू पारी के बावजूद हारी झारखण्ड
हालाँकि मुश्किल परिस्थितियों और कठिन पिच पर ये स्कोर काफी अच्छा था और हुआ भी बिलकुल वैसा ही. झारखण्ड के सभी बल्लेबाज दिल्ली के गेंदबाजों के सामने धराशाही हो गए. धोनी एक छोर से लड़ते रहे लेकिन उन्हें दूसरी तरफ से किसी भी बल्लेबाज का साथ नहीं मिला जिसकी वजह से झारखण्ड की टीम मात्र 126 रनों पर आलआउट हो गयी.
दिल्ली ने ये मैच 99 रनों से जीता था. धोनी की इस जुझारू पारी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि धोनी ने इस पारी में टोटल स्कोर में से 55% रन उन्होंने ही बनाये थे.