Virender Sehwag: भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग (Virender Sehwag) ने कई सालों तक क्रिकेट की दुनिया पर राज किया था। उन्होंने साल 1999 में भारत के लिए डेब्यू किया था और तब से 2013 तक खेलते दिखाई दिए थे। इस दौरान उन्होंने कई बार ऐतिहासिक पारियां खेली थीं, जिसकी आज भी चर्चा की जाती है।
लेकिन इस समय आज के अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको उनके बेटे के ऐतिहासिक पारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें उन्होंने वीरेन्द्र सहवाग (Virender Sehwag) जैसा ही प्रदर्शन किया है।
Virender Sehwag के बेटे ने दिखाया बल्ले का दम
बता दें कि वीरेन्द्र सहवाग (Virender Sehwag) के दो बेटे हैं, जिनमें से एक का नाम आर्यवीर सहवाग (Aryavir Sehwag) और दूसरे का वेदांत सहवाग है। सहवाग के दोनों ही बच्चे क्रिकेटर बनने जा रहे हैं और काफी अच्छा भी कर रहे हैं। लेकिन हम उनके बड़े बेटे आर्यवीर सहवाग के बल्ले से निकली पारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जोकि उन्होंने कूच बिहार ट्रॉफी 2024-25 (युवा प्रथम श्रेणी मैच) में खेली थी।
उन्होंने कूच बिहार ट्रॉफी 2024-25 में दिल्ली की ओर से खेलते हुए मेघालय के खिलाफ 297 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने सिर्फ 309 गेंदों का सामना किया था।
309 गेंदों में आर्यवीर सहवाग ने बनाए थे 297 रन
आर्यवीर सहवाग ने दिल्ली की ओर से खेलते हुए मेघालय के खिलाफ 309 गेंदों में 297 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 96.12 के स्ट्राइक रेट से रन बनाया था। उन्होंने इस मैच में 51 चौके और 3 छक्के जड़े थे। उनकी पारी की बदौलत दिल्ली की टीम ने 623 रन बनाए थे और अंत में एक पारी व 191 रनों से मुकाबला जीत लिया था।
कुछ ऐसा था मैच का हाल
दिल्ली और मेघालय के बीच हुए कूच बिहार ट्रॉफी 2024-25 के मैच की बात करें तो इसके मेघालय की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 260 रन बनाए थे, जिसके जवाब में दिल्ली की टीम ने 5 विकेट के नुकसान पर 623 रन बनाए थे। हालांकि इसके बाद उन्होंने पारी को घोषित कर दिया और मेघालय की टीम अपनी सेकेंड पारी में भी सिर्फ 172 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। इसके बदौलत दिल्ली ने एक पारी और 191 रनों से मुकाबला जीत लिया था।