पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) भारत के उन स्टार खिलाड़ियों में से एक हैं, जिनके अंदर सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गजों की झलक दिखाई देती है। पृथ्वी की बैटिंग में वीरेंद्र सहवाग जैसी जाकर आक्रामकता और सचिन तेंदुलकर जैसा धैर्य दिखाई देता है और उन्होंने कई बार कई ऐसी पारियां खेली है, जिसमें उनकी टीम को जीत मिली है।
आज के अपने आज आर्टिकल के जरिए हम उनके बल्ले से निकली एक ऐसी ही आतिशी पारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी बदौलत महेंद्र सिंह धोनी के भतीजे की टीम को एकतरफा हार का सामना करना पड़ा था।
इस मैच में गरजा था Prithvi Shaw का बल्ला
25 वर्षीय पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने अपने क्रिकेट करियर में कई शतक और कई दोहरे शतक लगाए हैं। लेकिन साल 2023 रणजी ट्रॉफी में उन्होंने तिहरा शतक लगाया था। उन्होंने मुंबई की ओर से खेलते हुए असम की टीम के खिलाफ 379 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने महज 383 गेंदों का सामना किया था और उनका स्ट्राइक रेट करीब 99 का था। उन्होंने इस दौरान 55 बाउंड्रीज जड़ी थी।
पृथ्वी शॉ ने जड़ी थी 53 बाउंड्रीज
मालूम हो कि असम की टीम के खिलाफ पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने 49 चौके व 4 छक्के जड़े थे और उनकी पारी की बदौलत मुंबई की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए फर्स्ट इनिंग्स में चार विकेट के नुकसान पर 687 रन बनाए थे। हालांकि इसके बाद मुंबई ने पारी को घोषित कर दिया था और अंत में उसने एक पारी और 128 रनों से अंतर से मैच जीत लिया था।
कुछ ऐसा था मैच का हाल
मुंबई और असम के बीच हुए मुकाबले में मुंबई की टीम का पीछा करते हुए असम की टीम पहली पारी में सिर्फ 370 रन ही बना सकी थी। इसके चलते उसे फॉलो ऑन का सामना करना पड़ा था। हालांकि फॉलो ऑन मिलने के बाद भी यह टीम कुछ खास नहीं कर सकी थी और सिर्फ 189 रन पर ऑल आउट हो गई थी।
इसके चलते मुंबई में एक पारी और 128 रन से मुकाबला जीता था। इस मैच में दमदार 379 रन की पारी खेलने के लिए पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। बताते चलें कि रियान पराग के पिता पराग दास एमएस धोनी के साथ कई मुकाबले खेले हुए हैं और वह काफी अच्छे दोस्त भी माने जाते हैं। इस वजह से कई लोग रियान पराग को उनका भतीजा कहते हैं।