भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar): भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) की स्विंग गेंदबाजी के सामने अच्छे से अच्छे बल्लेबाजों के पैर कांपने लगते थे. उनके डेब्यू मैच में पाकिस्तान के खिलाफ मोहम्मद हफीज को किया गया बोल्ड शायद ही किसी के जहन से गायब हुई होगा.
भुवनेश्वर कुमार सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं बल्कि लोअर आर्डर से महत्वपूर्ण रन बनाने के लिए भी जाने जाते थे. उन्होंने एमएस धोनी के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी करके श्रीलंका के खिलाफ हारा हुए मैच जिताने में मदद की थी. उन्होंने कई पारियां ऐसी खेली है जिसकी वजह से भारतीय टीम सम्मानजनक स्कोर बनाने में सफल होती थी.
Bhuvneshwar Kumar ने खेली थी शानदार पारी
इस आर्टिकल में हम भुवनेश्वर कुमार की दिलीप ट्रॉफी में खेली गई शतकीय पारी के बारे में जानेंगे. इस मैच में भुवनेश्वर कुमार ने 312 मिनट तक बल्लेबाजी की थी जिसमें उन्होंने 253 गेंदों का सामना किया था और उस दौरान उन्होंने 13 चौके और 3 छक्के की मदद से 128 रन बनाये थे. इस पारी में 70 रन भुवी ने सिर्फ बाउंड्री से बनाये थे.
युवराज सिंह ने जड़ा दोहरा शतक
दरअसल ये मैच दिलीप ट्रॉफी में सेंट्रल जोन और नार्थ जोन के बीच साल 2012 में खेला गया था. नार्थ जोन ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान शिखर धवन के शतक और युवराज सिंह के दोहरे शतक की बदौलत 451 रन बनाये थे. युवराज ने इस पारी में काउंटर अटैक करते हुए दोहरा शतक मारा था. सेंट्रल जोन की तरफ से प्रवीण कुमार और मुरली कार्तिक ने शानदार गेंदबाजी करते हुए 4-4 विकेट लिए थे.
भुवी के शतक से सेंट्रल जोन ने बनायीं बढ़त
सेंट्रल जोन की तरफ से कई बल्लेबाजों को शुरुआत तो मिली लेकिन वो उसको बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए, लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने अपनी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलते हुए शतक जड़ दिया और महेश रावत ने उनका बखूबी साथ निभाते हुए अर्धशतक लगाया. जिसकी बदौलत सेंट्रल जोन की टीम 469 रन बना सकी.
नार्थ जोन के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में काफी आक्रामक बल्लेबाजी की ताकि मैच का नतीजा निकल सकें. उनकी तरफ से राहुल के 80 रनों की बदौलत नार्थ जोन ने 187 रनों पर अपनी पारी घोषित कर दी. सेंट्रल जोन के सामने 170 रनों का लक्ष्य था लेकिन समय कम होने के कारण सेंट्रल जोन की टीम 39 रन ही बना सकी और मैच ड्रा हो गया.