चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara): चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) अपने सॉलिड डिफेंस के लिए जाने जते है. उनका डिफेंस इतना अच्छा था कि उसे भेद पाना बहुत मुश्किल था. अपने डिफेंस और धैर्य की वजह से उन्होंने न जाने कितने मैच भारतीय टीम को जिताने में मदद की है और कई मैच ड्रा करने में भी अहम भूमिका निभाई है. टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक बॉर्डर गावस्कर सीरीज में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है.
पुजारा के सामने लाचार ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज
पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में पिछली दो बॉर्डर गावस्कर में शानदार बल्लेबाजी की थी जिसकी बदौलत ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज उनके सामने पानी मांगते हुए नजर आये थे. दरअसल इस आर्टिकल में हम पुजारा की ऐसी ही पारी के बारे में जानेंगे जिसमें पुजारा ने न सिर्फ बल्लेबाजी में धैर्य दिखाया था बल्कि अपना आक्रामक अंदाज भी दुनिया को दिखाया था.
ये मैच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया और इंडिया के बीच साल 2018 में खेला गया था. जिसमें टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था. टीम इंडिया की शुरुआत ख़राब रही और राहुल जल्दी आउट हो गए लेकिन पुजारा ने पूरी सीरीज की तरह इस पारी में भी खूंटा गांड दिया और मयंक अग्रवाल के साथ टीम को संकट से निकाला. हालाँकि उसके बाद कोई भी बल्लेबाज पुजारा का ज्यादा देर तक साथ नहीं दे सका.
पुजारा ने खेली मैराथन पारी
लेकिन पंत और पुजारा ने एक बार ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान कर दिया. पुजारा ने इस सीरीज में एक और शतक जड़ दिया, और पंत भी बखूभी उनका साथ निभा रहे थे. पुजारा ने अपनी इस साहसी पारी में 373 गेंदों का सामना करते हुए 193 रन बनाये, जिसमें 22 चौके शामिल थे. पुजारा की इस मैराथन पारी की बदौलत टीम इंडिया ने 622 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. पंत ने भी ताबड़तोड़ 159 रन बनाये.
मैच का हाल
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी इंडिया के रनों के दबाव में बिखर गयी और वो मात्र 300 रनों पर सिमट गयी. ऑस्ट्रेलिया की तरफ से ओपनिंग बल्लेबाज मार्कस हर्रिस ने पचासा लगाया. टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को फॉलो ऑन दिया लेकिन बारिश की वजह से मैच पूरा नहीं हो पाया और मैच ड्रा पर ही समाप्त हो गया.