चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara): चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को सॉलिड डिफेंस और बढ़िया तकनीक की वजह से जाना जाता है। उनके डिफेंस को किसी भी गेंदबाज के लिए आसानी से भेद पाना बहुत मुश्किल होता था। जिसकी वजह से उन्होंने न जाने कितनी बड़ी बड़ी परियां खेलकर टीम इंडिया (Team India) को मैच जीताने के साथ साथ ड्रॉ कराने में भी मदद की है। उनकी सिडनी और गाबा में खेली गई परियों को शायद ही कोई भूल सकता है।
पुजारा की मैराथन पारी
इस आर्टिकल में हम पुजारा की ऐसी ही पारी के बारे में जानेंगे जब पुजारा ने रणजी में गेंदबाजों को अपनी बल्लेबाजी से पानी पिलाया था। दरअसल ये मैच रणजी ट्रॉफी में साल 2013 में सौराष्ट्र और कर्नाटक के बीच खेला गया था। जिसमें सौराष्ट्र ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। सौराष्ट्र का ये फैसला सही साबित हुआ और उनके बल्लेबाजों ने पहली पारी में ही बड़े रन बोर्ड पर लगा दिए।
ओपनिंग बल्लेबाज सुधांशु कोटक ने 46 रन बनाए। जबकि अर्पित वासवाड़ा ने शानदार अल्लेबाजी आते हुए शतक जड़ा। अर्पित ने अपनी पारी में 357 गेंदों का सामना किया जिसमें उन्होंने 152 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 23 चौके भी लगाए।
मनीष पांडे ने जड़ा शतक
सौराष्ट्र के दूसरे बल्लेबाजों को भी शुरुआत मिली लेकिन वो उसका फायदा नहीं उठा पाए। सौराष्ट्र ने पहली पारी में 469 रन बनाए। कर्नाटक के ओपनिंग बल्लेबाजों रॉबिन उथप्पा और के एल राहुल ने अच्छी शुरुआत दी। लेकिन उसके बाद सिर्फ मनीष पांडे ही इस पारी में अच्छी बल्लेबाजी कर सकें।
मनीष पांडे ने इस मैच में 177 रनों की लाजवाब आरी खली। उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज कुछ नहीं कर सका, जिसका नतीजा ये हुआ कि कर्नाटक की टीम 396 रनों पर सिमट गई। सौराष्ट्र को पहली पारी में 73 रनों की बढ़त प्राप्त हुई।सौराष्ट्र की टीम दूसरी पारी में मैच ड्रॉ कराने के लिए ही बल्लेबाजी कर रही थी।
चेतेश्वर पुजारा दूसरी पारी में अपने आप को साबित करने के लिए आए थे, कि वो अच्छे बल्लेबाज है और उन्होंने ये साबित भी आरके दिखा दिया। पुजारा ने इस पारी में खूंटा गांड़ दिया और आखिरी दिन तक बल्लेबाजी की। पुजारा ने पहले सागर के साथ अच्छी साझेदारी करके मैच को कर्नाटक की पहुंच से बाहर करने का काम किया।
पुजारा ने मारा तिहरा शतक
पुजारा की शेल्डन जैक्सन के साथ साझेदारी ने कर्नाटक के हौसलों को तोड़ कर रख दिया। पुजारा ने इस मैच में तिहरा शतक भी जड़ा और वो यहीं नहीं रुके और उन्होंने 400 रन बनाने की तरफ अग्रसर थे लेकिन 352 रन पर वो कृष्णप्पा गोथम की गेंद में बोल्ड हो गए। पुजारा ने अपनी इस पारी में 427 गेंदों का सामना करते हुए 49 चौके और 1 छक्के की मदद से 352 रन बनाए। सौराष्ट्र की टीम ने दूसरी आरी में 9 विकेट पर 718 रन बनाए। जिसकी वजह से ये मैच ड्रॉ पर समाप्त हो गया।