मोहम्मद शमी (Mohammad Shami): मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) भारत के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक है. उन्होंने अपनी गेंदबाजी से न जाने कितने मैच जिताने में मदद की है. उनकी बल्लेबाजी की उतनी बात नहीं होती है लेकिन वो समय समय पर कुछ बहुमूल्य रन बनाकर अपनी टीम को मैच जिताने में मदद की है. शमी ने हाल ही में सैय्यद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी में शानदार पारी खेलकर अपनी बल्लेबाजी का जोहर दिखाया है.
Mohammad Shami ने चोट के बाद किया शानदार कमबैक
मोहम्मद शमी पिछले वर्ल्ड कप के बाद चोटिल हो गए थे जिसके बाद उन्होंने कुछ बड़े टूर्नामेंट मिस किये है. शमी ने हाल ही में रिहैब के बाद क्रिकेट में वापसी की है. शमी ने रणजी ट्रॉफी में वापसी करते हुए काफी अच्छी गेंदबाजी की थी और उन्होंने 7 विकेट लेकर अपनी टीम को मैच जिताने में अहम भूमिका निभाईं थी.
हालाँकि अभी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए उन्हें टीम में मौका नहीं दिया गया है. शमी ने अपनी बल्लेबाजी से भी कुछ मैच में महत्वपूर्ण रन बनाये है. उनकी लॉर्ड्स में खेली गई अर्धशतकीय पारी को शायद ही कोई भूल सकता है जिसके बाद इंडिया ने 60 ओवर के अंदर इंग्लैंड को आउट करके मैच जीता था.
Mohammad Shami की ताबड़तोड़ पारी
इस आर्टिकल में हम शमी के सैय्यद मुश्ताक़ अली ट्रॉफी में खेली गई तूफानी पारी के बारे में जानेंगे. इस पारी में शमी ने 17 गेंदों का सामना किया था. उन्होंने इस पारी के दौरान 3 चौके और 2 छक्के की मदद से उन्होंने 32 रन बनाये थे. इस दौरान शमी का स्ट्राइक रेट 188.24 का था. शमी ने अपनी इस ताबड़तोड़ पारी में 24 रन केवल बाउंड्री की मदद से बनाये थे.
दरअसल ये मैच बंगाल और चंडीगढ़ के बीच खेला गया था. जिसमें बंगाल की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए करन लाल और मोहम्मद शमी की छोटी पारियों की वजह से बंगाल की टीम 159 रन बना पायी थी. बंगाल के कुछ बल्लेबाजों को शुरुआत तो मिली थी लेकिन वो उसको बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए थे जिसकी वजह से बंगाल की टीम बड़ा स्कोर बनाने में सफल नहीं हुई.
बंगाल की रोमांचक जीत
चंडीगढ़ की टीम की शुरआत ख़राब रही लेकिन राज बावा और प्रदीप यादव ने अपनी टीम की मैच में वापसी की. चंडीगढ़ की टीम को आखिरी ओवर में 11 रन चाहिए थे लेकिन वो सिर्फ 7 रन बना पायी थी और बंगाल ने ये मैच 3 रनों से मैच जीत लिया था.