चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara): चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को उनकी धीमी बल्लेबाजी के लिए जाना जाता है कि वो विकेट पर टिककर खेलेंगे और विकेट गिरने से बचाएंगे और उसके बाद जब गेंदबाज थक जायेंगे तब वो रन बनाना शुरू करेंगे. उनकी इस तकनीक ने उनको और टीम इंडिया (Team India) को नतीजे भी दिए जिसकी वजह से टीम इंडिया दो बार ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जितने में सफल हुई थी. लेकिन वो कहते हैं न कि “परिवर्तन ही प्रकृति का नियम है.”
टेस्ट क्रिकेट में भी अब बल्लेबाज ज्यादा समय बिताने पर ध्यान नहीं देते है बल्कि उनका मकसद रन बनाना होता है. उनको देखकर अब पुजारा भी अपने खेल में आक्रामकता लाये है. और अब उन्होंने गेंदबाजों की धज्जियाँ उड़ाते हुए तूफानी शतक ठोक दिया है.
Cheteshwar Pujara ने लगाया था तूफानी शतक
इस मैच में पुजारा ने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाया था. इस पारी में पुजारा ने 181 मिनट क्रीज़ पर बिताये थे और उस दौरान उन्होंने 131 गेंदों का सामना करते हुए 20 चौकों और 5 छक्कों की मदद से 174 रन बनाये थे. पुजारा की पारी की आक्रामकता इसी बात से समझी जा सकती है कि इस पारी में उनका स्ट्राइक रेट 132.82 का था. पुजारा ने इस पारी में 25 गेंदों में 110 रन बाउंड्री की मदद से बनाये थे.
पुजारा और क्लार्क ने लगाया शतक
दरअसल ये मैच रॉयल लंदन वनडे कप में साल 2022 में ससेक्स और सरे के बीच खेला गया था. ससेक्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान चेतेश्वर पुजारा के 174 रनों की बदौलत और टॉम क्लार्क के शतक की मदद से 378 रन बनाये थे. इन दोनों के अलावा बाकी कोई भी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर पाया. दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 205 रनों की साझेदारी की थी.
ससेक्स की विशाल जीत
सरे के लिए इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करना बहुत मुश्किल था और हुआ भी वैसा ही. बड़े लक्ष्य के दबाव के चलते सरे की टीम के सभी बल्लेबाज बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में अपना विकेट फेंकते रहे. रियान पटेल और टॉम लावेस को छोड़कर बाकी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छूने के लिए भी मुश्किल का सामना कर रहे थे. रियान ने 65 तो टॉम ने 57 रन बनाए. सरे की टीम 162 रनों पर सिमट गई और ससेक्स ने ये मैच 216 रनों से जीत लिया.