Suryakumar Yadav: दुनिया के सबसे विस्फोटक बल्लेबाजों में शुमार सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) हमेशा से वाइट बॉल क्रिकेट में तबाही मचाते नजर आए हैं। लेकिन रेड बॉल क्रिकेट में भी उनका रिकॉर्ड काफी दमदार रहा है। आज के अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको रेड बॉल क्रिकेट में सूर्या के बल्ले से निकले एक ऐसे ही दमदार दोहरे शतक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें उन्होंने गेंदबाजों का भूत बना दिया था।
इस मैच में Suryakumar Yadav ने मचाई थी तबाही
बता दें कि सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने अपने फर्स्ट क्लास करियर में अब तक 86 मैचों में 5758 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने कई बेहतरीन पारियां खेली हैं। लेकिन साल 2011 रणजी ट्रॉफी में उनके बल्ले से निकली पारी उनके फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बेस्ट पारी है। उन्होंने साल 2011 रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से खेलते हुए ओड़िशा के खिलाफ 200 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने कुल 29 बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया था।
सूर्यकुमार यादव ने जड़ी थी 29 बॉउंड्री
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने 2011 रणजी ट्रॉफी में मुंबई क्रिकेट टीम की ओर से खेलते हुए 232 गेंदों में 200 रनों की पारी खेली थी। उन्होंने इस दौरान 372 मिनट क्रीज पर बिताए थे। इस पारी के दौरान उन्होंने 28 चौके और 1 छक्का जड़ा था। सूर्या ने इस दौरान 86.20 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे। उनकी पारी की बदौलत उनकी टीम 529 रन बनाने में कामयाब रही थी और अंत में उसने एक पारी व 210 रन से मैच जीत लिया था।
कुछ ऐसा था मैच का हाल
मुंबई और ओड़िशा के बीच हुए मुकाबले में मुंबई की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 529 रन बनाए थे। इस दौरान सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के अलावा कौस्तुभ पवार ने भी 127 रनों की पारी खेली थी। मुंबई ने इस मैच में 529 रन बनाने के बाद पारी को घोषित कर दिया था और इसके बाद ओड़िसा की टीम अपने पहले पारी में सिर्फ 93 रनों पर ऑउट हो गई थी।
महज 93 रनों पर ऑल आउट होने की वजह से ओड़िशा की टीम को फॉलो ऑन का सामना करना पड़ा था। हालांकि फॉलो ऑन मिलने के बाद भी यह टीम फ्लॉप रही थी। इस टीम ने दूसरी पारी में भी सिर्फ 226 रन बनाए थे, जिसके चलते उसे एक पारी और 210 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।