भारतीय घरेलु क्रिकेट में अभी रणजी ट्रॉफी खेला जा रहा है। जिसमें अबतक खेले गए मुकाबलों में कई युवा खिलाड़ियों के साथ सीनियर खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। रणजी ट्रॉफी में हर सीजन में हमें कुछ न कुछ ऐतिहासिक देखने को मिलता है। क्योंकि, भारतीय क्रिकेट में कई ऐसे टलेंडेट खिलाड़ी हैं।
जो अपने प्रदर्शन से पुरे क्रिकेट जगत में धमाल मचा देते हैं। जबकि आज हम भी आपको एक ऐसे ही खिलाड़ी के बारें में आपको बताएंगे। जिसने रणजी ट्रॉफी में सभी अपनी बल्लेबाजी से कई सारे रिकार्ड्स एक ही पारी में बना दिए थे। क्योंकि, इस खिलाड़ी ने रणजी में 443 रनों की यादगार पारी खेली थी।
रणजी में इस बल्लेबाज ने बनाए थे 443 रन
बता दें कि, रणजी ट्रॉफी के इतिहास में अबतक कई बड़े रिकार्ड्स बन चुकें हैं। जबकि आज हम जिस खिलाड़ी की बात करेंगे उसने 1948 रणजी ट्रॉफी में ही कीर्तिमान रचा था और 443 रन बनाए थे। दरअसल, हम बात कर रहें महाराष्ट्र और काठियावाड़ के बीच खेले गए मुकाबले की।
जिसमें महाराष्ट्र टीम के बल्लेबाज भाऊसाहेब निंबालकर ने इतिहास रचते हुए 443 रन बनाए थे। भाऊसाहेब निंबालकर ने अपनी इस ऐतिहासिक पारी में 49 चौके और 1 छक्का लगाया था। जबकि उन्होंने इस मुकाबले की पहली पारी में 494 मिनट बल्लेबाजी की थी।
826 रन बनाई थी महाराष्ट्र टीम ने
बता दें कि, महाराष्ट्र और काठियावाड़ के बीच खेले गए मुकाबले में काठियावाड़ टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 238 रन ही बना पाई थी। काठियावाड़ की तरफ से ठाकोर साहेब ऑफ़ राजकोट ने 77 रनों की पारी खेली थी। जबकि महाराष्ट्र टीम ने पहले पहली पारी में भाऊसाहेब निंबालकर की 443 रन की पारी के दम पर 4 विकेट के नुकसान पर 826 रन बनाने में सफल रही थी। महाराष्ट्र टीम की तरफ से कमल भंडारकर ने भी 205 रनों की शानदार पारी खेली थी।
भाऊसाहेब निंबालकर का क्रिकेट करियर
बात करें अगर, भाऊसाहेब निंबालकर की तो उनकी मौत साल 2012 में ही हो गई थी। लेकिन उनका क्रिकेट करियर काफी बेहतरीन रहा है। क्योंकि, भाऊसाहेब निंबालकर ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कुल 80 मुकाबले खेलें। जिसमें उन्होंने 47.93 की औसत से 4841 रन बनाए। जबकि इस दौरान उन्होंने 12 शतक और 22 अर्धशतक भी लगाए।