रवि बोपारा (Ravi Bopara): भारतीयों की मांग दुनिया के हर देश में और हर क्षेत्र में है और क्रिकेट भी इससे अछूता नहीं रहा है। कई भारतीय मूल के खिलाड़ी दूसरे देश में जाकर खेलते है और वहां पर अच्छा प्रदर्शन करके अपना नाम बनाने में कामयाब हुए है।
ऐसे ही भारतीय मूल के एक खिलाड़ी रवि बोपारा (Ravi Bopara) है जिन्होंने वनडे क्रिकेट में अपनी बल्लेबाजी का जौहर दिखाते हुए दोहरा शतक लगा दिया है। वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाना काफी मुश्किल होता है लेकिन आजकल हर कोई बल्लेबाज दोहरा शतक आसानी से लगा दे रहा है।
Ravi Bopara ने खेली थी शानदार पारी
इस आर्टिकल में हम रवि बोपारा के ताबड़तोड़ दोहरे शतक के बारे में जानेंगे जिसमें उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए गेंदबाजों के नाक में दम कर दिया था। बोपारा ने अपनी इस कमाल की पारी में 138 गेंदों का सामना करते हुए 18 चौके और 10 छक्कों की मदद से 201 रन बनाए थे। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 146 का था। बोपारा ने अपनी इस तूफानी पारी में 132 रन सिर्फ बाउंड्री से बटोरे थे।
बोपारा और फॉस्टर की परियों की बदौलत एसेक्स ने बनाया बड़ा स्कोर
दरअसल ये मैच फ्रेंड्स प्रोविडेंट ट्रॉफी में एसेक्स और लीसेस्टरशायर के बीच साल 2008 में खेल गया था। एसेक्स की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बोपारा के दोहरे शतक और जेम्स फॉस्टर के अर्धशतक की बदौलत 50 ओवरों में 350 रन बनाने में सफल हुई थी।
फॉस्टर ने 76 गेंदों में 3 चौकों की मदद से 61 रन बनाए थे। एसेक्स के शुरुआती 3 विकेट मात्र 37 रनों में पवेलियन लौट गए थे और चौथा झटक भी 104 रनों पर लग गया था। लेकिन उसके बाद बोपारा ने फॉस्टर के साथ मिलकर लीसेस्टरशायर के गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए बड़ा स्कोर बनाने में मदद की।
एसेक्स ने दर्ज की थी आसान सी जीत
लीसेस्टरशायर के लिए इतना बड़ा लक्ष्य का पीछा करना नामुमकिन था और हुआ भी कुछ ऐसा ही। कप्तान पॉल निकोन और ओपनर मैथ्यू बॉयस को छोड़कर बाकी कोई बल्लेबाज कुछ भी खास नहीं कर सका। इन दोनों ने क्रमशः 62 और 57 रन बनाए। जिसकी वजह से लीसेस्टरशायर को टीम 232 रन बनाने में सफल हुई। एसेक्स ने ये मैच 118 रनों के भरी भरकम अंतर से जीत लिया।
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