Prithvi Shaw: दरअसल, भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) हमेशा से अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते रहे हैं। हालांकि इस समय उनके करियर का ग्राफ उतार-चढ़ाव से गुजर रहा हो, लेकिन जब वह फॉर्म में आते हैं तो गेंदबाजों के लिए बुरे सपने साबित होते हैं।
इसका सबसे बड़ा सबूत है उनका वह ऐतिहासिक दोहरा शतक, जिसे उन्होंने काउंटी ODI चैंपियनशिप 2023 में खेला था। तो आइये पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की इस पारी के बारे में विस्तार से जाने।
पृथ्वी की 153 गेंदों पर 244 रनों की तूफानी पारी
आपको याद दिला दे नॉर्थम्पटनशायर की ओर से खेलते हुए पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने समरसेट के खिलाफ सिर्फ 153 गेंदों पर 244 रन ठोक डाले। दरअसल, इस पारी में उन्होंने 159 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और अपने बल्ले से गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। साथ ही उनकी पारी में 28 चौके और 11 गगनचुंबी छक्के शामिल रहे। लिहाज़ा, यह केवल एक पारी नहीं थी, बल्कि क्रिकेट फैंस के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव था।
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बाउंड्री के जरिए बनाए 178 रन
वहीं पृथ्वी शॉ की इस पारी की खासियत यह थी कि उन्होंने महज बाउंड्री के जरिए ही विपक्षी टीम को ध्वस्त कर दिया। बता दे उन्होंने 39 बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुंचाया और सिर्फ चौके-छक्कों से ही 178 रन बना डाले। ऐसे में यह आंकड़ा बताता है कि वह कितने खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं। गेंदबाजों के पास शॉ (Prithvi Shaw) के खिलाफ कोई उपाय नहीं था और वह पूरे मैच में हावी रहे।
टीम को दिलाई धमाकेदार जीत
लिहाज़ा, नॉर्थम्पटनशायर ने पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की बदौलत पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 415/8 रन बनाए। और फिर इतने बड़े लक्ष्य के दबाव में समरसेट की टीम 328 रनों पर ढेर हो गई। नतीजा यह हुआ कि नॉर्थम्पटनशायर ने यह मुकाबला 87 रनों से अपने नाम किया। इस जीत का श्रेय पूरी तरह से शॉ (Prithvi Shaw) की तूफानी बल्लेबाजी को दिया गया।
इंटरनेशनल करियर और चुनौतियां
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) ने भले ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अभी तक लंबा करियर नहीं खेला हो, लेकिन उनके पास प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। उन्होंने अब तक 5 टेस्ट मैचों में 339 रन (1 शतक, 2 अर्धशतक) बनाए हैं और 6 ODI मैचों में 189 रन उनके नाम हैं। T20 क्रिकेट में उनका योगदान अभी खास नहीं रहा है। चोट और अनुशासनात्मक कारणों की वजह से वह टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, लेकिन पृथ्वी (Prithvi Shaw) की प्रतिभा और दमदार पारियां उन्हें एक दिन फिर से भारतीय टीम में वापसी का मौका दिला सकती हैं।
फैन्स को है वापसी का इंतजार
पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) की यह पारी क्रिकेट इतिहास में दर्ज होने लायक है। क्यूंकि 153 गेंदों पर 244 रन, 28 चौके और 11 छक्के – यह आंकड़े सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं बल्कि उनकी असाधारण बल्लेबाजी का प्रमाण हैं। अगर शॉ (Prithvi Shaw) लगातार इसी तरह का प्रदर्शन करते रहे तो भारतीय क्रिकेट टीम में उनकी वापसी तय है। साथ ही फैंस भी उम्मीद लगाए बैठे हैं कि एक दिन यह युवा बल्लेबाज फिर से नीली जर्सी में बड़े मंच पर कोहराम मचाएगा।
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FAQs
पृथ्वी शॉ ने दोहरा शतक कब और किस टीम के खिलाफ लगाया था?
पृथ्वी शॉ की 244 रनों की पारी में कितने चौके और छक्के शामिल थे?