युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ(Prithvi Shaw) इन दिनों टीम इंडिया से बाहर चल रहे है। 2018 में शतक के साथ टेस्ट डेब्यू करने वाले शॉ भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए। जिसका कारण उनका खराब फॉर्म रहा। 25 वर्षीय शॉ को चयनकर्ताओं ने कई मौके दिए लेकिन इसके बावजूद शॉ (Prithvi Shaw)कुछ खास कमाल नहीं कर पाए और उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबको निराश किया।
हालांकि पृथ्वी शॉ(Prithvi Shaw) ने अपने करियर में कई ऐतिहासिक पारियां खेली है। आज बात पृथ्वी शॉ(Prithvi Shaw) की उस पारी की करेंगे जब उन्होंने गेंदबाजों पर कहर बरपाते हुए 159 की स्ट्राइक रेट से दोहरा शतक जड़ा था।
Prithvi Shaw की धमाकेदार पारी
पृथ्वी शॉ(Prithvi Shaw) ने 9 अगस्त 2023 को इंग्लैंड के वन-डे कप टूर्नामेंट में नॉर्थम्प्टनशायर (Northamptonshire) के लिए खेलते हुए समरसेट (Somerset) के खिलाफ 244 रनों की शानदार पारी खेली थी। पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw)ने 9 अगस्त 2023 को इंग्लैंड के वन-डे कप टूर्नामेंट में नॉर्थम्प्टनशायर (Northamptonshire) के लिए खेलते हुए समरसेट (Somerset) के खिलाफ 244 रनों की शानदार पारी खेली थी।
यह उनकी लिस्ट ए क्रिकेट करियर का सर्वोच्च स्कोर था और इस पारी में उन्होंने सिर्फ 153 गेंदों का सामना किया, जिसमें 28 चौके और 11 छक्के शामिल थे। यह लिस्ट ए क्रिकेट के इतिहास में छठा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर भी है। इस पारी के साथ उन्होंने कई रिकॉर्ड भी तोड़े, जिसमें इंग्लिश लिस्ट ए क्रिकेट में दूसरा सबसे बड़ा स्कोर और वनडे कप में किसी भारतीय द्वारा सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड शामिल है।
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Prithvi Shaw की बदौलत मिली जीत
पृथ्वी शॉ(Prithvi Shaw)की इस धमाकेदार पारी की बदौलत नॉर्थम्प्टनशायर (Northamptonshire) को 87 रनों से जीत मिली थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए नॉर्थम्प्टनशायर (Northamptonshire)ने 50 ओवर में 415 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी समरसेट (Somerset)की टीम 45 ओवर में 328 रन पर ही सिमट गई थी।
Prithvi Shaw के रिकॉर्ड्स
पृथ्वी शॉ ने 2023 में असम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में 379 रन की विशाल पारी खेली, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में दूसरा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है। यह किसी भी सलामी बल्लेबाज द्वारा रणजी ट्रॉफी में बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर भी है। उन्होंने रणजी ट्रॉफी और दिलीप ट्रॉफी दोनों में अपने डेब्यू मैचों में शतक बनाए हैं, जिससे उन्होंने सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी की। वह रणजी ट्रॉफी में तिहरा शतक, विजय हजारे ट्रॉफी में दोहरा शतक और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
जब वह सिर्फ 14 साल के थे, तब उन्होंने हैरिस शील्ड ट्रॉफी में एक पारी में 546 रन बनाए थे, जिसमें 85 चौके और 5 छक्के शामिल थे। उन्होंने 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू पर 134 रन बनाए, जिससे वह डेब्यू टेस्ट में शतक बनाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ियों में से एक बन गए। उन्होंने 2018 में भारत की अंडर-19 टीम की कप्तानी की, जिसने राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में विश्व कप जीता। इस टूर्नामेंट में उन्होंने 2 अर्धशतक के साथ 65 की औसत से 261 रन बनाए थे।
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