हनुमा विहारी (Hanuma Vihari): हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) को अपने सॉलिड डिफेंस की वजह से जाना जाता है. जिसकी वजह से उन्होंने भारत को ऑस्ट्रेलिया में रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के साथ मिलकर मैच ड्रा करने में मदद की थी. यहीं नहीं उस पारी की खासियत ये थी कि उन्होंने चोटिल होने के बावजूद दर्द में वो पारी खेली थी. विहारी डोमेस्टिक क्रिकेट में लगातार बड़े रन बनाने के लिए जाने जाते है.
Hanuma Vihari ने खेली शानदार पारी
इस आर्टिकल में हम हनुमा विहारी की ऐसी ही पारी के बारे में जानेंगे जिसमें उन्होंने अपनी दृढ़ता और आक्रामकता का परिचय दिया था. दरअसल ये मैच रणजी ट्रॉफी में आंध्र प्रदेश और ओडिशा के बीच साल 2017 में खेला गया था. जिसमें आंध्र प्रदेश के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया.
आंध्र ने अपना शुरुआती विकेट जल्दी खो दिया. लेकिन उसके बाद हनुमा विहारी ने प्रशांत कुमार के साथ मिलकर टीम को शुरुआती झटके से संभाला। दोनों ने ओडिशा की कमजोर गेंदबाजी का जमकर फायदा उठाया और 270 रनों की साझेदारी कर डाली. प्रशांत के आउट होने के बाद भी हनुमा नहीं रुके और लगातार रन बनाने का सिलसिला जारी रखा.
हनुमा ने लगाया तिहरा शतक
हनुमा ने रिकी के साथ मिलकर एक बार फिर बड़ी साझेदारी कर डाली, लेकिन हनुमा अपना तिहरा शतक पूरा कर पाते उसके पहले ही रिकी आउट हो गए. हालाँकि उसके बाद हनुमा ने बाकी बल्लेबाजों के साथ मिलकर अपना तिहरा शतक पूरा किया और ये उनका रणजी ट्रॉफी में पहला तिहरा शतक था. हनुमा ने इस पारी में 456 गेंदों का सामना करते हुए 302 रनों की शानदार पारी खेली. इस पारी में उन्होंने 29 चौके और 2 छक्के लगाए.
मैच का हाल
आंध्र ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट पर 584 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. ओडिशा ने पहली पारी में अच्छा संघर्ष दिखाया और इसमें उनके कप्तान ने सामने से लीड करते हुए शतक मारा. जिसकी बदौलत ओडिशा की टीम ने पहली पारी में 391 रन बनाये. आंध्र की टीम ने ओडिशा को फॉलो ऑन दिया लेकिन ओडिशा के बल्लेबाजों ने हार न मानते हुए मैच को ड्रा कराने में सफल रहे.