सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) मौजूदा समय से भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं। हालांकि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विश्व में उनके जैसा कोई दूसरा बल्लेबाज मौजूद नहीं है। सूर्या ने अब तक कई बार ऐतिहासिक पारियां खेली हैं। लेकिन रणजी क्रिकेट में उनके बल्ले से निकली दमदार पारी आज भी उनके क्रिकेट करियर की सबसे बड़ी पारी है। तो आइए सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) के उसी रणजी पारी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
रणजी में Suryakumar Yadav का कमाल
34 वर्षीय सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने अब तक कई बार क्रिकेट की दुनिया में अपनी बल्लेबाजी से तहलका मचाया है। लेकिन साल 2011 रणजी ट्रॉफी में उनके बल्ले से निकली 200 रनों की पारी आज तक उसके फर्स्ट क्लास करियर की सबसे बड़ी पारी है। सूर्या ने रणजी ट्रॉफी 2011 में मुंबई की ओर से खेलते हुए उड़ीसा के खिलाफ दमदार दोहरा शतक जड़ा था।
उड़ीसा के खिलाफ सूर्या ने उड़ाया था गर्दा
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) ने रणजी ट्रॉफी 2011 में मुंबई की ओर से खेलते हुए उड़ीसा के खिलाफ पहली पारी में 232 गेंदों में 200 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 28 चौकों के साथ ही साथ 1 छक्का जड़ा था। उनके दमदार दोहरे शतक के बदौलत मुंबई की टीम ने पहली पारी में 529/8 रन बनाए थे। मुंबई की टीम ने 529 रन बनाकर पारी को घोषित कर दिया था। इसके बाद उड़ीसा की टीम पहली और दूसरी दोनों पारियों में फ्लॉप रही, जिसके चलते एक पारी और 210 रनों से मुकाबला जीत लिया।
मुंबई को मिली एक पारी और 210 रनों से जीत
मुंबई और उड़ीसा के बीच हुए मुकाबले में उड़ीसा ने अपनी पहली पारी में ऑल आउट होकर सिर्फ 93 रन बनाए। इस वजह से उसे फॉलो ऑन का सामना करना पड़ा। हालांकि फॉलो ऑन मिलने के बाद दूसरी पारी में भी उड़ीसा ने महज 226 रन ही बनाए। इसकी वजह से उसे एक पारी और 210 रनों से मुकाबला गंवाना पड़ा।