नीतीश रेड्डी (Nitish Reddy): टीम इंडिया को लम्बे समय से एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश है जो कुछ समय पहले हार्दिक पांड्या के आने से लगभग ख़त्म हो गई थी लेकिन हार्दिक की फिटनेस ने एक बार फिर भारतीय टीम के सामने तेज गेंदबजी ऑलराउंडर की समस्या खड़ी कर दी है.
हार्दिक की चोट के बाद से टीम इंडिया लगातार तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर की तलाश कर रही थी जिसकी वजह से टीम मैनेजमेंट विदेशों में शार्दुल ठाकुर को खिलाती थी. लेकिन शार्दुल की फिटनेस और फॉर्म की वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे में मौका नहीं दिया गया था.
उनकी जगह डोमेस्टिक और आईपीएल में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित करने वाले नीतीश रेड्डी (Nitish Reddy) को टीम में मौका दिया गया है और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया है और उन्होंने बताया था कि क्यों उन्हें मौका दिया गया था.
Nitish Reddyने खेली थी ताबड़तोड़ पारी
इस आर्टिकल में हम नितीश की उस विस्फोटक पारी के बाजरे में जानेंगे जिसमें उन्होंने बल्लेबाजी और गेंदबाजी से सामने वाली टीम को चारों खाने चित्त कर दिया था. नितीश ने इस मैच में शानदार बललबजि करते हुए शतक लगाया था. उन्होंने इस मैच में 186 गेंदों का सामना किया था जिसमें उन्होंने 16 चौके और 5 छक्के की मदद से 159 रन बनाये थे. नितीश ने 94 रन सिर्फ बाउंड्री की मदद से बनाये थे.
रघुवेन्द्र ने बचाई बिहार की इज्जत
दरअसल ये मैच रणजी ट्रॉफी में बिहार और आंध्र प्रदेश के बीच खेला गया था. बिहार की टीम पहली पारी में 182 रनों पर सिमट गई. रघुवेन्द्र सिंह ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए टीम को 100 रन के अंदर ऑलआउट होने से बचा लिया. उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 92 रन बनाये.
आंध्र की टीम भी अपने शुरुआती विकेट गवांकर संघर्ष कर रही थी लेकिन नितीश रेड्डी ने शेख रशीद के साथ मिलकर बड़ी साझेदारी करते हुए टीम को संकट से उभार दिया.
बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी से दिखाया Nitish Reddy ने दम
इन दोनों की बदौलत आंध्र प्रदेश की टीम ने पहली पारी में 463 रन बनाये. नितीश ने शतक लगाया लेकिन रशीद शतक लगाने से चूक गए. और उन्होंने 91 रन बनाये. बल्लेबाजी के बाद अब बारी थी गेंदबजी से जलवा दिखने की. नितीश ने घातक गेंदबाजी करते हुए 6 ओवर में 10 रन देते हुए 1 विकेट लिया और बिहार की टीम मात्र 124 रनों पर सिमट गई और आंध्र की टीम ने ये मैच पारी और 157 रनों से जीत लिया.