Sachin – जैसा कि हम सब जानते ही है, क्रिकेट इतिहास में कई दिग्गज बल्लेबाज हुए, लेकिन जब भी सबसे बड़े रन मशीनों की बात होती है तो ग्राहम गूच (Graham Gooch) का नाम सबसे ऊपर आता है। आपको बता दे इंग्लैंड के इस पूर्व कप्तान ने अपने लंबे करियर में कुल 67,057 रन बनाए, जो किसी भी बल्लेबाज के लिए एक ऐसा आंकड़ा है, जिसे छू पाना लगभग असंभव है।
और तो और सचिन तेंदुलकर (Sachin) को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है, लेकिन रन के मामले में गूच ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया। दरअसल, उन्होंने अपने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया कि पूरे 27 साल तक क्रिकेट जगत में उनके नाम का ही डंका बजता रहा। तो आइये ग्राहम गूच (Graham Gooch) के इस शानदार जीवन पर एक नज़र दौड़ाते है।
ग्राहम गूच के भारत के खिलाफ 456 रन
दरअसल, ग्राहम गूच की सबसे बड़ी पहचान लॉर्ड्स 1990 का टेस्ट मैच रहा। इस मुकाबले में उन्होंने भारत के खिलाफ पहले पारी में 333 रन नाबाद और दूसरी पारी में 123 रन की पारी खेली। मतलब, एक ही मैच में कुल 456 रन, जो आज भी टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा व्यक्तिगत मैच स्कोर है।
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लिहाज़ा, यह रिकॉर्ड उन्हें क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में खड़ा कर देता है। तो वहीं दूसरी ओर सचिन तेंदुलकर (Sachin) का लॉर्ड्स में अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में कोई शतक नहीं है, पर उन्होंने 5 मैचों में 195 रन बनाए हैं। हालांकि, उन्होंने 1998 में एक चैरिटी मैच (MCC बनाम ROW) में लॉर्ड्स में 125 रन का शतक जड़ा था
करियर के आंकड़े – रन का अंबार
गूच का करियर बेहद लंबा और शानदार रहा।
- टेस्ट क्रिकेट: 1975 से 1995 तक खेले गए 118 टेस्ट मैचों में 8,900 रन।
- फर्स्ट क्लास क्रिकेट: कुल 581 मैच, जिनमें 44,000 से अधिक रन और 128 शतक।
- लिस्ट-ए क्रिकेट: 613 मैच, जिनमें 22,000 से ज्यादा रन।
लिहाज़ा, इन आंकड़ों को जोड़ने पर गूच के बल्ले से 67,057 रन निकले। यह आंकड़ा उन्हें क्रिकेट के सबसे बड़े रन मशीनों में शुमार करता है और सचिन (Sachin) से आगे भी।
कप्तानी और विश्व कप में योगदान
सचिन (Sachin) से दोगुने रन बनाने के अलावा गूच सिर्फ बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि कप्तान के तौर पर भी इंग्लैंड के लिए अहम रहे। रिकॉर्ड के हिसाब से उन्होंने 1992 विश्व कप में इंग्लैंड की कप्तानी की और टीम को फाइनल तक पहुंचाया। हालांकि इंग्लैंड खिताब नहीं जीता पाए थे। लेकिन उस समय उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी की खूब तारीफ हुई।
कोचिंग और हॉल ऑफ फेम में शामिल
तो वहीं सक्रिय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद ग्राहम गूच ने एसेक्स और इंग्लैंड टीम के बल्लेबाजी कोच के तौर पर भी अपनी सेवाएं दीं। बता दे उनकी कोचिंग में कई नए बल्लेबाजों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया। लिहाज़ा, उनके योगदान को देखते हुए, उन्हें 2009 में क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।
वहीं सचिन (Sachin) की बात करे तो भारत सरकार ने भी उन्हें भारत रत्न (2014), पद्म विभूषण (2008), पद्म श्री (1999), अर्जुन पुरस्कार (1994), और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार (1997-98) से सम्मानित किया हुआ है।
गूच बनाम सचिन – किसका दबदबा बड़ा?
अक्सर तुलना होती है कि सचिन तेंदुलकर (Sachin) और ग्राहम गूच में बड़ा बल्लेबाज कौन। सचिन (Sachin) ने भले ही इंटरनेशनल स्तर पर 34,000 से अधिक रन बनाए हों, लेकिन सभी प्रारूपों (टेस्ट, वनडे, फर्स्ट क्लास और लिस्ट-ए) को मिलाकर ग्राहम गूच का आंकड़ा कहीं बड़ा है। दरअसल, उनके 67,057 रन यह साबित करते हैं कि उन्होंने पूरे करियर में रन बनाने की ऐसी लय पकड़ी, जिसे तोड़ना लगभग असंभव है।
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