BCCI: बीसीसीआई (BCCI) सभी खिलाड़ियों को सालाना एक कॉन्ट्रैक्ट देती है जिसके तहत ही उन्हें सैलरी दी जाती है. बीसीसीआई खिलाड़ियों को कई ग्रेड में बांटती है जिसके अनुसार ही उनको सैलरी दी जाती है. तीनों फॉर्मेट खेलने वाले खिलाड़ियों को ए प्लस ग्रेड में जगह दी जाती है जबकि उसके बाद अन्य खिलाड़ियों को दूसरे ग्रेड में उनके खेल के अनुसार जगह दी जाती है.
बीसीसीआई हर साल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी करता है जिसमें कई खिलाड़ियों को जगह मिलती है तो वहीँ कई खिलाड़ियों को इससे बाहर कर दिया जाता है. ऐसे में ही अब इस फल बेचने वाले के बेटे को भी अब सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जा सकता है.
गेंदबाजी के कॉन्ट्रैक्ट में किया गया था उमरान को शामिल
आपको बताते चले कि ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज और आईपीएल में कोलकता नाईट राइडर्स की टीम में चुने जाने वाले उमरान मलिक है. मलिक को पिछले साल बीसीसीआई के गेंदबाजों के लिए कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया गया था. दरअसल बीसीसीआई पिछले साल सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में रहने वाले खिलाड़ियों के साथ गेंदबाजों की पौध तैयार करने के लिए एक नया कॉन्ट्रैक्ट लेकर आयी थी जिसमें कई गेंदबाजों को ये कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था ताकि उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा सकें.
एक साल से चोटिल चल रहे हैं उमरान
हालाँकि मालिक को जब से ये कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है तब से वो लगातार चोटिल ही चल रहे है और उन्होंने घरेलू क्रिकेट में भी ज्यादा मैच नहीं खेले है. इसलिए अब उनसे उनका कॉन्ट्रैक्ट लिया जा सकता है. मालिक को आईपीएल ऑक्शन में केकेआर ने बेस प्राइस 75 लाख में खरीदा था, लेकिन चोटिल होने की वजह से अब वो आईपीएल में भी नहीं खेल रहे है. केकेआर ने उमरान मालिक की जगह पर रिप्लेसमेंट भी ले लिया है. मालिक की जगह पर केकेआर ने चेतन साकरिया को लिया है.
उमरान मलिक को किया जा सकता हैं बाहर
अब उमरान मालिक को इस गेंदबजों के कॉन्ट्रैक्ट से बाहर किया जा सकता है जबकि उनकी जगह पर किसी अन्य गेंदबाज को शामिल किया जा सकता है. मलिक ने अपना आखिरी मैच साल 2024 में खेला था उसके बाद से वो लगातार एक साल से चोटिल चल रहे है और अभी तक एक भी मैच नहीं खेला है.
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