South Africa vs England: टेस्ट क्रिकेट का इतिहास बहुत पुराना है। इस फॉर्मेट में कई अविश्वसनीय रिकॉर्ड बने तो कुछ शर्मनाक उपलब्धियां भी टीमों व खिलाड़ियों के नाम दर्ज हुईं। ऐसा ही एक अनचाहा रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के नाम दर्ज है।
दक्षिण अफ्रीका को 129 साल पहले शर्मिंदगी का शिकार होना पड़ा था, उसके नाम टेस्ट का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया था। इसका श्रेय इंग्लैंड को जाता है।
England ने दक्षिण अफ्रीका को बुरी तरह किया था शर्मसार
आप लोग सोच रहे होंगे कि 129 साल पहले ऐसा क्या हुआ था, जिसकी वजह से दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम को आज भी शर्मिंदा होना पड़ता है। तो हम आपको बता दें कि 1896 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड (England) के बीच जीकेबरहा में एक टेस्ट मुकाबला खेला गया था, जिसमें चौथी पारी में दक्षिण अफ्रीका का बेहद ही खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन देखने को मिला था, जिसके कारण उसके नाम टेस्ट में अपना सबसे छोटा और ओवरऑल तीसरा सबसे छोटा टोटल बनाने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया था।
दरअसल, 1896 में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका का 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए दौरा (England Tour of South Africa) किया था। इस दौरे की शुरुआत 13 फरवरी से जीकेबरहा में खेले गए टेस्ट मैच से हुई लेकिन यह मुकाबला सिर्फ 2 दिन में ही समाप्त हो गया था। इंग्लैंड ने 288 रनों से जोरदार जीत दर्ज की थी और इसका पूरा श्रेय उसके गेंदबाजों को जाता है।
मैच में टॉस हारकर इंग्लैंड (England) ने पहले बल्लेबाजी की लेकिन पूरी टीम 185 रन ही बना पाई। सीबी फ्राई ने सबसे ज्यादा 43 रन का योगदान दिया। वहीं दक्षिण अफ्रीका की तरफ से बोनोर मिडलटन ने 5 विकेट हॉल लिया। दक्षिण अफ्रीका जवाबी पारी खेलने उतरी तो उसका बल्लेबाजी प्रदर्शन खराब रहा और टीम 93 रन पर ही ढेर हो गई। प्रोटियाज के 4 बल्लेबाजी ही डबल डिजिट स्कोर बना पाए। वहीं इंग्लैंड के जॉर्ज लोहमैन ने 7 विकेट चटकाए।
दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 30 रनों पर England के गेंदबाजों ने कर दिया था ढेर
इंग्लैंड (England) को अपनी पहली पारी के आधार पर 92 रनों की अहम बढ़त हासिल हुई। इसके बाद, अपनी दूसरी पारी में इंग्लैंड ने सैमी वुड के अर्धशतक और अन्य बल्लेबाजों के योगदान दी बदौलत 226 रन बनाए, जबकि दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 319 रन का टारगेट दिया। ऐसे में उम्मीद थी कि दक्षिण अफ्रीका शायद डटकर बल्लेबाजी करेगा और उसके बल्लेबाज जीत के लिए जाएंगे लेकिन कहानी एकदम अलग रही।
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी 18.4 ओवर ही टिक पाई और पूरी टीम 30 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। पारी में सर्वाधिक स्कोर 10 रन रहा और बाकी सारे बल्लेबाज सिंगल डिजिट स्कोर बनाकर आउट हो गए। इंग्लैंड के जॉर्ज लोहमैन ने दूसरी पारी में भी कहर बरपाया और 8 विकेट झटके। इस तरह उन्होंने मैच में कुल 15 विकेट अपने नाम किए।
दक्षिण अफ्रीका को 1924 में इंग्लैंड ने फिर से किया 30 पर ऑल आउट
इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट इतिहास में दो 2 बार एक पारी में 30 के स्कोर पर ढेर करने का कारनामा कर रखा है। इसी वजह से दक्षिण अफ्रीका के नाम टेस्ट इतिहास में सबसे कम स्कोर बनाने वाली टीमों की लिस्ट में टॉप 4 में 2 बार है। 1924 में बर्मिंघम में खेले गए मुकाबले में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 438 रन बनाए थे, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका 12.3 ओवर में सिर्फ 30 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।
इसके बाद, इंग्लैंड (England) ने दक्षिण अफ्रीका को फॉलोऑन खेलने का न्यौता दिया। दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने बेहतर प्रदर्शन किया और 390 रन बनाए लेकिन पहली पारी का शर्मनाक प्रदर्शन भारी पड़ गया और उसने पारी व 18 रन से मैच गंवा दिया।
टेस्ट इतिहास के 5 सबसे छोटे टोटल
क्रम | टीम | रन | विरोधी | वेन्यू |
1 | न्यूजीलैंड | 26 | इंग्लैंड | ऑकलैंड |
2 | वेस्टइंडीज | 27 | ऑस्ट्रेलिया | किंग्स्टन |
3 | दक्षिण अफ्रीका | 30 | इंग्लैंड | जीकेबरहा |
4 | दक्षिण अफ्रीका | 30 | इंग्लैंड | बर्मिंघम |
5 | दक्षिण अफ्रीका | 35 | इंग्लैंड | केप टाउन |