Border–Gavaskar Trophy: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) का अंतिम मैच 3 जनवरी से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा। यह मैच न सिर्फ इस सीरीज का बल्कि कई खिलाड़ियों के टेस्ट करियर का आखिरी मैच हो सकता है। तो आइए कुछ ऐसी ही खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं, जो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) के खत्म होने के साथ ही संन्यास का ऐलान कर सकते हैं।
Border–Gavaskar Trophy ये खिलाड़ी ले सकते हैं संन्यास
रोहित शर्मा (Rohit Sharma)
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) के बाद जो 3 भारतीय खिलाड़ी संन्यास का ऐलान कर सकते हैं उनमें रोहित शर्मा का नाम टॉप पर है। मालूम हो कि भारतीय कप्तान रोहित की उम्र 37 साल हो गई है और टेस्ट में उनका प्रदर्शन काफी खराब है। इस वजह से वह सीरीज के बाद संन्यास ले सकते हैं।
विराट कोहली (Virat Kohli)
क्रिकेट जगत के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) के बाद संन्यास का ऐलान कर सकते हैं। चूंकि वह 36 साल के हो गए हैं और साल 2019 के बाद से टेस्ट में लगातार खराब प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके वजह से वह टेस्ट और अलविदा कह वनडे पर अपना फोकस शिफ्ट कर सकते हैं।
रविंद्र जड़ेजा (Ravindra Jadeja)
भारत के स्टार ऑल राउंडर में से एक रविंद्र जड़ेजा भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। चूंकि उनके पार्टनर आर अश्विन ने संन्यास का ऐलान कर दिया है और इनकी भी उम्र 36 साल से ज्यादा हो गई है।
उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja)
ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज उस्मान ख्वाजा के भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border–Gavaskar Trophy) के बाद संन्यास का ऐलान करने के काफी आसार हैं। चूंकि वह 38 साल के हो गए हैं और इस सीरीज में अभी तक कुछ ख़ास कमाल नहीं दिखा सके हैं।
मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc)
दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार मिचेल स्टार्क भी इस सीरीज के ख़त्म होने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। चूंकि अक्सर कई ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज करीब 34-35 की उम्र में संन्यास का ऐलान कर देते हैं।
नेथन लॉयन (Nathan Lyon)
दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नेथन लॉयन की उम्र 37 साल हो गई है और उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में अपना काफी नाम बना लिया है, जिसके चलते वह अब इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं।