रोहित शर्मा (Rohit Sharma): चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो गया है और इसमें रोहित शर्मा को टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया है. मीडिया ख़बरों की मानें, तो चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में कप्तान और कोच के बीच काफी टीम चयन में काफी मनमुटाव था. कप्तान किसी दूसरे खिलाड़ी को टीम में चाहते थे और कोच किसी और को चाहते थे और ये सिर्फ एक खिलाड़ी के साथ नहीं था बल्कि कोच गौतम गंभीर लीडरशिप ग्रुप के फैसले से भी खुश नहीं थे.
अंत में कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की ही चली और उनके कहे अनुसार ही खिलाड़ी को टीम में जगह मिली है लेकिन अगर चैंपियंस ट्रॉफी में नतीजे टीम इंडिया के पक्ष में नहीं आते है तो रोहित शर्मा की कप्तानी तो जा ही सकती है बल्कि इस खिलाड़ी का करियर भी ख़त्म हो सकता है.
राहुल की जगह पर सवाल
दरअसल ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल है. राहुल की जगह को लेकर ज्यादा सवाल नहीं थे जितने संजू सैमसन को बाहर करने को लेकर हुए है. राहुल का पिछले कुछ समय में प्रदर्शन में सुधार आया है लेकिन वो अभी भी अपनी जगह को पूरी तरह से टीम में पुख्ता नहीं कर पाए है.
Rohit Sharma की कप्तानी में राहुल को फिट करने की हैं कोशिश
जब से रोहित शर्मा कप्तान बने हैं तब से ही राहुल को टीम में फिट करने के लिए हर संभव कोशिश की जाती रही है. कभी उन्हें ओपनिंग बल्लेबाज बनाया गया, तो मध्यक्रम का बल्लेबाज तो कभी विकेटकीपर और कभी बतौर फिनिशर भी उन्हें तरय किया गया है.
लेकिन उनके ऊपर जितना भरोसा रोहित ने दिखाया है वो उस पर खरे नहीं उतर पाए है. जिसकी वजह से अभी भी जब उनको अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किये हुए 10 साल हो गए है और फिर भी उनके अंदर अभी भी सिर्फ टैलेंट की बात की जाती है और वो अपने टैलेंट को प्रदर्शन में निरंतरता के साथ नहीं साबित कर सकें है.
रोहित शर्मा के साथ राहुल पर भी लटक रही हैं तलवार
टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में ख़राब प्रदर्शन के बाद बाहर बैठने का फैसला लिया था. लेकिन इस फैसले में कोच की भी मूक सहमति थी क्योंकि वो लगातार ख़राब फॉर्म में चल रहे थे और वो उनको ड्राप करना चाहते थे लेकिन कप्तान ड्राप नहीं किया जा सकता है इसलिए अंत में रोहित ने खुद ही बाहर बैठने का फैसला लिया था.
अगर रोहित शर्मा चैंपियंस ट्रॉफी में नतीजे टीम के पक्ष में नहीं ला पते है तो उनकी कप्तानी के साथ उनका करियर तो खतम हो ही सकता है और साथ में राहुल के करियर का द एन्ड हो सकता है.