Australia: ऑस्ट्रेलिया (Australia) की टीम ने हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया को 3-1 से शिकस्त प्रदान की है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में जीत अर्जित करने ऑस्ट्रेलिया ने पैट कमिंस की कप्तानी में WTC FINAL 2025 के लिए लगातार दूसरी बार क्वालीफाई कर लिया है. ऑस्ट्रेलिया की टीम की बात करें तो उन्हें 29 जनवरी से श्रीलंका (SL VS AUS) के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है. जिसके लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में टीम स्क्वॉड का चयन किया है.
ऑस्ट्रेलिया (Australia) के श्रीलंका दौरे के लिए चुने गए टीम स्क्वॉड में बोर्ड ने एक ऐसे खिलाड़ी को मौका दे दिया है जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अब तक एक विकेट नहीं झटका है लेकिन उसके बावजूद सेलेक्शन कमेटी ने उन्हें नेशनल टीम के लिए मौका दे दिया है.
महज 4 फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले कूपर कोनोली को मिली जगह
ऑस्ट्रेलिया के लिए साल 2024 में हुए अंडर 19 वर्ल्ड कप में कप्तानी करने वाले कूपर कोनोली (Cooper Connolly) को श्रीलंका दौरे पर होने वाले 2 टेस्ट मैचों के लिए बोर्ड ने 16 सदस्यीय टीम स्क्वाड में मौका दिया है. कूपर कोनोली की बात करें तो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए महज 4 मैच खेले है. जिसमें उन्होंने बल्ले से 61.80 की औसत से बल्लेबाजी करते हुए 309 रन बनाए है.
फर्स्ट क्लास में एक भी विकेट नहीं है कूपर कोनोली के नाम
कूपर कोनोली (Cooper Connolly) पेशे से एक ऑलराउंडर है और बोर्ड ने उन्हें श्रीलंका के स्पिन ट्रैक में एक गेंदबाजी के विकल्प के रूप में टीम स्क्वॉड में मौका दिया है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कूपर कोनोली ने अब तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट (First Class Cricket) में एक भी विकेट नहीं झटका है. जिस कारण से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की इस सेलेक्शन ने कई क्रिकेट एक्सपर्ट को चिंता में डाल दिया है लेकिन कैसे वर्ल्ड चैंपियन टीम इस तरह का फैसला ले सकती है?
ऑस्ट्रेलिया के लिए प्लेइंग 11 में यह रोल निभा सकते है कूपर कोनोली
कूपर कोनोली (Cooper Connolly) की बात करें तो वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के लिए वो निचले मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते है और ऐसा ही लग रहा है कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के लिए भी कूपर कोनोली पर एक ऑलराउंडर के रूप में खेल सकते है. श्रीलंका दौरे के लिए कप्तान बने स्टीवन स्मिथ (Steven Smith) को उम्मीद होगी कि वो श्रीलंका के टर्निंग ट्रैक पर रन बनाने के साथ- साथ गेंदबाजी से मैदान पर विकेटों की झड़ी लगा दे.