भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने भारत के वनडे कप्तान के बारे में एक स्पष्ट फैसला ले लिया है, और इसमें श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) शामिल नहीं हैं। उनके नाम को लेकर अटकलों के बावजूद, BCCI ने उन्हें 50 ओवर के प्रारूप में कप्तानी के विकल्प के रूप में खारिज कर दिया है।
इसके बजाय, यह जिम्मेदारी उस खिलाड़ी को सौंपी जाएगी, जिसे अक्सर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और निरंतरता के लिए “अगला विराट कोहली (Virat Kohli)” कहा जाता है। यह कदम भारत की वनडे रणनीति और नेतृत्व के दृष्टिकोण में एक बड़े बदलाव का संकेत देता है। आइए जानते हैं कि कौन कमान संभाल सकता है और यह फैसला क्यों लिया गया।
BCCI ने स्पष्ट किया वनडे कप्तानी पर अपना रुख
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अगले वनडे कप्तान को लेकर सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है। श्रेयस अय्यर का नाम संभावित उम्मीदवार के रूप में सामने आया था, लेकिन बोर्ड ने कथित तौर पर उन्हें इस पद के लिए खारिज कर दिया है।
उनके अनुभव और पारी को संभालने की क्षमता के बावजूद, चयनकर्ताओं का मानना है कि टीम को एक युवा, दीर्घकालिक नेतृत्वकर्ता की जरूरत है जो अगले दशक तक भारत को आगे ले जा सके। यह फैसला अल्पकालिक विकल्पों पर निर्भर रहने के बजाय भविष्य के सितारों को निखारने की दिशा में एक रणनीतिक बदलाव को दर्शाता है।
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Shubman Gill का नाम क्यों सबसे आगे
जिस व्यक्ति से इस बड़ी जिम्मेदारी को संभालने की उम्मीद की जा रही है, वह कोई और नहीं बल्कि शुभमन गिल (Shubman Gill) हैं, जिन्हें अक्सर उनके शानदार स्ट्रोक प्ले और सभी प्रारूपों में निरंतरता के लिए “अगला विराट कोहली” कहा जाता है। गिल ने पिछले दो वर्षों में एकदिवसीय मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है, 60 से ऊपर की औसत और एक दोहरे शतक सहित कई शतक बनाए हैं। उनका शांत स्वभाव, ठोस तकनीक और तेज़ और स्पिन दोनों पर हावी होने की क्षमता उन्हें एक संपूर्ण आधुनिक बल्लेबाज बनाती है।
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि गिल ने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल के दौरान नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है, जहां उन्होंने अपने प्रदर्शन से टीम का नेतृत्व किया है। उनकी फिटनेस, स्वभाव और रनों की भूख ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है, जिससे वे दीर्घकालिक कप्तानी के लिए आदर्श उम्मीदवार बन गए हैं। गिल को कमान सौंपकर, बीसीसीआई का लक्ष्य एक युवा नेतृत्वकर्ता के इर्द-गिर्द एक टीम बनाना है जो 2027 विश्व कप तक भारत का मार्गदर्शन कर सके।
भविष्य की योजनाओं के तहत हो रहे फैसले
श्रेयस अय्यर को नजरअंदाज करने का फैसला वनडे टीम में उनकी अहमियत को कम नहीं करता। वह भारत के मध्यक्रम का अहम हिस्सा बने हुए हैं, लेकिन कप्तानी की जिम्मेदारी सिर्फ लगातार बल्लेबाजी से कहीं ज्यादा की मांग करती है। इसमे सबसे अहम है फिटनेस, जिससे लगातार क्रिकेट खेलने को मौका बनता है। श्रेयश के संग यहीं फिटनेश पिछले कुछ समय से साथ नहीं है। जबकि गिल अपनी फिटनेस के कारण सदैव उपलब्ध हैं और उनके कप्तान बनने से टीम के रवैये में बदलाव देखने को मिल सकता है।
यह कदम बीसीसीआई (BCCI) के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को भी दर्शाता है, जिसके तहत एक युवा कप्तान के नेतृत्व में अनुभवी खिलाड़ियों और नई प्रतिभाओं का मिश्रण किया जाएगा। अगर गिल उम्मीदों पर खरे उतरते हैं, तो यह भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है। एक ऐसा युग जहाँ एक शांत लेकिन निडर कप्तान कोहली की विरासत को आगे बढ़ाते हुए अपनी ख्याति का रास्ता खुद बनाएगा।
FAQs
भारत का वनडे कप्तान कौन है?
भारत का अगला वनडे कप्तान कौन होगा?
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