RP Singh and Pragyan Ojha as BCCI Selectors: एशिया कप 2025 में भारतीय टीम अपना जलवा दिखाने में व्यस्त है। टीम इंडिया ने अपने पहले दो ग्रुप मैच जीतकर ही सुपर 4 राउंड में जगह बना ली है। उसने अपने पहले दो मैचों में यूएई और पाकिस्तान को क्रमशः 9 व 7 विकेट से हराया। अब टीम इंडिया को अपना आखिरी ग्रुप मैच 19 सितंबर को ओमान से खेलना है।
ओमान की टीम ज्यादा मजबूत नहीं है, ऐसे में संभवतः भारत की ही जीत की उम्मीद है। अगर ये मैच भारत के नाम रहा तो वो अपने ग्रुप में टॉप करेगा और 21 सितंबर को सुपर 4 स्टेज में अपना पहला मैच खेलेगा। इस मैच में उसका सामना किस टीम से होगा, अभी तय नहीं हुआ है।
एशिया कप के रोमांच के बीच एक बड़ी खबर भी सामने आ रही है, जो बीसीसीआई (BCCI) की सीनियर मेंस चयन समिति से जुड़ी है। टीम इंडिया का चयन करने वाली समिति में दो पद खाली है और अब इन पर किसकी नियुक्ति हो सकती है, इसको लेकर दो दिग्गजों के नाम सामने आए हैं, जो भारत के लिए कई साल तक अपना जलवा दिखा चुके हैं।
आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा की BCCI के सिलेक्शन पैनल में होगी एंट्री!
दरअसल, रिपोर्ट्स आ रही हैं कि टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आरपी सिंह और पूर्व स्पिनर प्रज्ञान ओझा बीसीसीआई (BCCI) की सीनियर चयन समिति का हिस्सा बन सकते हैं। इन्हें निवर्तमान चयनकर्ता सुब्रतो बनर्जी (सेंट्रल जोन) और एस शरथ (साउथ जोन) की जगह शामिल किया जा सकता है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI)) ने पिछले महीने इन दोनों रिक्तियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे, लेकिन सूत्रों के अनुसार, पूर्व शीर्ष क्रिकेटरों की ओर से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिली। खुली नियुक्ति के बावजूद, बहुत कम नाम सामने आए, जिससे BCCI के पास योग्य उम्मीदवारों की संख्या सीमित रह गई।
BCCI के सिलेक्शन पैनल का हिस्सा बनने के लिए कई दिग्गजों ने किया आवेदन
जानकारी के अनुसार बीसीसीआई (BCCI) के सिलेक्शन पैनल का हिस्सा बनने के लिए आवेदन करने वालों में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार, उत्तर प्रदेश के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष विंस्टन जैदी और हिमाचल प्रदेश के शक्ति सिंह शामिल थे, जो सभी सेंट्रल जोन का प्रतिनिधित्व करते हैं। हालांकि, इन सभी के मुकाबले आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं।
बता दें कि चयन पैनल के लिए बीसीसीआई (BCCI) की पात्रता मानदंडों में कम से कम सात टेस्ट मैच या 30 प्रथम श्रेणी मैच, या 10 वनडे मैचों के साथ-साथ 20 प्रथम श्रेणी मैच खेलना शामिल था। इसके अतिरिक्त, आवेदकों को कम से कम 5 साल पहले सक्रिय क्रिकेट से संन्यास लेना और कुल 5 वर्षों तक बीसीसीआई की किसी भी क्रिकेट समिति में कोई पद नहीं संभालना आवश्यक था।
आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा इन आवश्यकताओं को पूरा करते हैं, इसलिए अब उनकी नियुक्तियों को बीसीसीआई की संरचित प्रक्रिया के माध्यम से औपचारिक मंजूरी का इंतजार है। अशोक मल्होत्रा, जतिन परांजपे और सुलक्षणा नाइक वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) पहले चुने गए उम्मीदवारों का इंटरव्यू लेगी। इंटरव्यू के बाद, सीएसी बीसीसीआई (BCCI) पदाधिकारियों को दो नामों की सिफारिश करेगी, जिनसे नियुक्तियों को मंजूरी देने और औपचारिक रूप देने की उम्मीद है।
आरपी सिंह और प्रज्ञान ओझा का कैसा रहा इंटरनेशनल करियर
आरपी सिंह ने 2005 से 2011 के बीच 14 टेस्ट, 58 वनडे और 10 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। वह एमएस धोनी की कप्तानी में 2007 में भारत की टी20 विश्व कप विजेता टीम के भी एक प्रमुख सदस्य थे। इसी तरह, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले ओझा ने 2008 से 2013 तक 24 टेस्ट, 18 वनडे और 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
इस तरह आरपी सिंह ने 82 इंटरनेशनल मैचों में अपना जलवा दिखाया और 124 विकेट झटके। वहीं प्रज्ञान ओझा ने 48 इंटरनेशनल मैचों में 144 विकेट अपने नाम किए।
FAQs
आरपी सिंह ने कब संन्यास लिया था?
प्रज्ञान ओझा ने भारत के लिए अपना आखिरी मैच कब खेला था?
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