BCCI President Mithun Manhas: बीसीसीआई को दुनिया का सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड माना जाता है। इसी वजह से अध्यक्ष पद की कुर्सी भी काफी अहम होती है, क्योंकि इस पद पर बैठने वाले शख्स को कई बड़े फैसले लेने पड़ते हैं और काफी सारी चीजें भी मैनेज करनी पड़ती हैं।
पिछले ही महीने बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष के पद मिथुन मन्हास की नियुक्ति हुई, जो घरेलू क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज रहे हैं। अध्यक्ष बनते ही मन्हास ने 2027 तक के लिए टीम इंडिया के हेड कोच के नाम पर मुहर लगा दी है।
बचपन के दोस्त को BCCI अध्यक्ष ने बनाया अगले दो साल तक के लिए हेड कोच
BCCI के नए बॉस मिथुन मन्हास को भले ही कभी टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका ना मिला हो लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट का जबरदस्त खिलाड़ी माना जाता था। कहा जाता है कि राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली के कारण उन्हें कभी खेलने का अवसर नहीं मिल पाया, क्योंकि इन चारों ने लंबे समय तक भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर में अपनी जगह बनाए रखी।
मिथुन मन्हास को काफी अच्छी क्रिकेट की समझ है और शायद यही कारण रहा कि उन्हें बीसीसीआई (BCCI) अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया गया। अब उन्होंने बड़ा फैसला लेते हुए अपने बचपन के दोस्त गौतम गंभीर को 2027 तक के लिए टीम इंडिया का हेड कोच नियुक्त कर दिया है। गंभीर और मन्हास घरेलू स्तर पर एक ही टीम दिल्ली से खेलते थे।
गौतम गंभीर को 2027 के लिए BCCI अध्यक्ष ने बनाया हेड कोच
बीसीसीआई (BCCI) के नए अध्यक्ष बने मिथुन मन्हास को वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे दिग्गजों के बचपन का दोस्त माना जाता है। सहवाग ने तो मन्हास के लिए काफी कुछ किया है। वहीं, गंभीर से भी मन्हास की अच्छी दोस्त रही है। अब इसका फायदा गंभीर को होता नजर आ रहा है, क्योंकि टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में उनका कार्यकाल 2027 तक बरकरार रहेगा।
गौतम गंभीर को पिछले साल जुलाई में राहुल द्रविड़ के पद छोड़ने के बाद, भारतीय टीम का हेड कोच बनाया गया था। उनके कुछ फैसले काफी विवादों से घिरे रहे, जिसमें से टेस्ट टीम से रोहित शर्मा और विराट कोहली को संन्यास के लिए मजबूर करना।
वहीं, अब वनडे वर्ल्ड कप से पहले फिर से कुछ उसी तरह का माहौल तैयार किया जा रहा है। हालांकि, गंभीर को अब कोई कुछ कहने वाला नहीं है, क्योंकि खुद उनके दोस्त मिथुन मन्हास ही बीसीसीआई अध्यक्ष हैं।
गौतम गंभीर के लिए अगले दो साल में ये 3 ICC टूर्नामेंट होंगे सबसे बड़े लक्ष्य
गौतम गंभीर की कुर्सी पर 2027 तक आंच नहीं आने वाली लेकिन उनके लिए अगले दो साल में 3 आईसीसी टूर्नामेंट बड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं। सबसे पहले 2026 में खेला जाने वाला टी20 वर्ल्ड कप अहम होगा, क्योंकि भारत ने पिछला संस्करण जीता था और इस बार घरेलू सरजमीं पर आयोजन होने से खिताब बचाने का दबाव ज्यादा होगा।
इसके बाद, 2027 में WTC फाइनल खेला जाना है। भारत पिछली बार गंभीर की अगुवाई में ही इसमें जगह बनाने से चूक गया था। इस बार न सिर्फ क्वालिफिकेशन, बल्कि इसे जीतने की भी चुनौती होगी।
2027 में ही वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है, जिसके मैच दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया और जिम्बाब्वे में होंगे। भारत ने लंबे समय से इस टाइटल को नहीं जीता है, ऐसे में गंभीर के लिए यह एक बड़ा चैलेंज होगा।