Team India – टीम इंडिया (Team India) में युवा खिलाड़ियों को अक्सर उनके प्रदर्शन से ज्यादा उनके PR और इमेज बिल्डिंग के लिए चर्चा में देखा जाता है। और कुछ ऐसा ही हाल फिलहाल आयुष म्हात्रे का है। दरअसल, महज़ 17 साल की उम्र में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के जरिए आईपीएल (IPL) में डेब्यू करने वाले इस युवा खिलाड़ी को ‘धोनी का चहेता’ कहा जाता है।
लेकिन सच तो यह है कि मैदान पर उनका बल्ला उतना नहीं बोल रहा जितनी उनकी मार्केटिंग हो रही है। शायद यही वजह है कि अब उन पर यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या वह सच में भविष्य के स्टार हैं या सिर्फ PR के सहारे बने हीरो। आइये इस मामले को विस्तार से जाने।
आयुष म्हात्रे बुची बाबू टूर्नामेंट में हुए फ्लॉप
दरअसल, बुची बाबू टूर्नामेंट में मुंबई ने तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन XI के खिलाफ मुकाबले की शुरुआत की और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। पर आयुष म्हात्रे का बल्ला यहां पूरी तरह खामोश रहा। मैच की बारीकियों की बात करें तो मुंबई ने 98 रन पर 3 विकेट गंवा दिए, जिसमें कप्तान म्हात्रे भी सस्ते में आउट हो गए।
बता दे उन्होंने 25 गेंदों पर महज 13 रन बनाए और पवेलियन लौट गए। क्योंकि ऐसे मौके पर, जहां कप्तान को अपनी टीम को संभालना चाहिए था, वह दबाव झेल नहीं पाए।
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इंग्लैंड के खिलाफ चमके, लेकिन निरंतरता नहीं
साथ ही याद दिला दे इसी साल इंग्लैंड अंडर-19 टीम के खिलाफ टेस्ट सीरीज में आयुष म्हात्रे ने जोरदार प्रदर्शन किया था। बता दे उन्होंने एक मैच में 80 गेंदों पर 126 रन ठोककर ब्रेंडन मैकुलम का 24 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा था। और तो और पूरी सीरीज़ में उन्होंने 206 रन बनाए और स्ट्राइक रेट भी जबरदस्त रहा।
बता दे उस पारी के बाद उन्हें लेकर खूब सुर्खियां बनीं। हालांकि सवाल ये है कि अगर वह इतने ही काबिल बल्लेबाज़ हैं तो घरेलू स्तर पर क्यों बार-बार फ्लॉप हो रहे हैं? यही असंगत प्रदर्शन उन्हें टीम इंडिया (Team India) की राह से दूर कर रहा है।
IPL डेब्यू ने बढ़ाई उम्मीदें
वहीं CSK के लिए आयुष म्हात्रे ने अपने आईपीएल (IPL) डेब्यू में ही 15 गेंदों पर 32 रन बनाए। हालांकि चौके-छक्कों से सजी उनकी ये पारी चर्चा में रही और तभी से उन्हें ‘धोनी का चहेता’ कहा जाने लगा। दरअसल, धोनी और CSK मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा जताया था, पर IPL जैसी फ्रेंचाइज़ी लीग में छोटा-सा प्रदर्शन लंबी पारी खेलने का प्रमाण नहीं बनता है।
लिहाज़ा, फैंस और चयनकर्ताओं को अब उनकी काबिलियत पर शक होने लगा है क्योंकि वह सिर्फ एक-दो धमाकेदार पारियों तक सीमित रह गए हैं, ऐसे में टीम इंडिया (Team India) की राह मुश्किल हो जाती है।
PR ने बनाया हीरो, परफॉर्मेंस ने दिखाया आईना
इसके अलावा, सोशल मीडिया और PR मशीनरी ने आयुष म्हात्रे को भविष्य का स्टार बना दिया है। उनकी फिटनेस, रिकॉर्ड तोड़ पारी और आईपीएल (IPL) डेब्यू को खूब हाईलाइट किया गया। हालांकि, जब बात घरेलू क्रिकेट और निरंतर प्रदर्शन की आती है, तो आयुष बार-बार विफल साबित हो रहे हैं। शायद, यही कारण है कि अब उनकी टीम इंडिया (Team India) में डेब्यू बेहद मुश्किल दिखाई देती है। सिर्फ PR के दम पर कोई खिलाड़ी लंबे समय तक टीम इंडिया (Team India) में जगह नहीं बना सकता।