3 Team India’s Players Christians: भारत एक ऐसा देश है, जहां अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं। वैसे तो इसे हिन्दू राष्ट्र के रूप में पहचाना जाता है लेकिन यहां मुस्लिम, जैन, ईसाई और अन्य तमाम धर्मों के लोग मिल जाएंगे। ईसाई धर्म के लोगों के लिए क्रिसमस का त्यौहार काफी खास माना जाता है, जो हर साल 25 दिसंबर को होता है। आज इस त्यौहार को मनाया जा रहा है।
ऐसे में हम आपको टीम इंडिया के उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो ईसाई हैं और धूमधाम से क्रिसमस को सेलिब्रेट करते हैं।
टीम इंडिया के 3 खिलाड़ी हैं ईसाई, मनाते हैं क्रिसमस का त्यौहार

1. संजू सैमसन
Team India के मौजूदा खिलाड़ियों में संजू सैमसन सबसे चर्चित ईसाई क्रिकेटर हैं। केरल से आने वाले संजू सैमसन एक सीरियन क्रिश्चियन फैमिली से ताल्लुक रखते हैं। हर साल क्रिसमस के मौके पर संजू अपने परिवार के साथ चर्च जाते हैं और त्योहार को पारंपरिक तरीके से मनाते हैं। सोशल मीडिया पर भी संजू सैमसन अक्सर क्रिसमस सेलिब्रेशन की झलक साझा करते रहते हैं।
क्रिकेट करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए वनडे और टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और IPL में राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी भी कर चुके हैं। संजू सैमसन आज Team India के उन चेहरों में शामिल हैं, जो धर्म से ऊपर उठकर युवाओं के लिए प्रेरणा बने हुए हैं। हाल ही में संजू का चयन टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए भी हुआ है। वहीं, आईपीएल में इस बार वो चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलेंगे।
2. रॉबिन उथप्पा
रॉबिन उथप्पा भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल ईसाई खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। वह 2007 में भारत की T20 World Cup जीतने वाली टीम इंडिया का हिस्सा थे। उथप्पा एक ईसाई परिवार से आते हैं और क्रिसमस उनके लिए बेहद खास त्योहार रहा है।
क्रिसमस के दिन उथप्पा चर्च जाकर प्रार्थना करते थे और परिवार के साथ त्योहार मनाते थे। मैदान पर आक्रामक बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर उथप्पा ने Team India के लिए वनडे और टी20 क्रिकेट में अहम योगदान दिया। उथप्पा की बल्लेबाजी का अंदाज बहुत ही खास था। जिस तरह से वो आगे बढ़कर तेज गेंदबाजों के खिलाफ सामने की तरफ बड़े शॉट खेलते थे, उसको आज भी याद किया जाता है। भले ही वह अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों, लेकिन भारतीय क्रिकेट इतिहास में उनका नाम हमेशा याद किया जाएगा।
3. स्टुअर्ट बिन्नी
इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके ऑलराउंडर स्टुअर्ट बिन्नी भी ईसाई फैमिली से आते हैं और उनका परिवार भी क्रिसमस का त्यौहार धूमधाम से मानता है। बिन्नी का इंटरनेशनल करियर ज्यादा खास नहीं रहा और कहा तो यह भी जाता है कि वह सिर्फ अपने पिता के कारण नेशनल टीम की तरफ से खेलने में सफल रहे, क्योंकि 2014 में उनके पिता रोजर बिन्नी नेशनल सिलेक्शन कमिटी में शामिल थे।
स्टुअर्ट बिन्नी ने भारत के लिए तीनों फॉर्मेट खेलने में सफलता प्राप्त की लेकिन उनका करियर टीम इंडिया के लिए सिर्फ दो साल में ही समाप्त हो गया। इसके बाद, उन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में खेला लेकिन फिर वहाँ से भी उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। फिर इस खिलाड़ी ने साल 2021 में संन्यास का ऐलान कर दिया।