BCCI: भारत में क्रिकेट एक राष्ट्रीय खेल तो नहीं लेकिन क्रिकेट के बिना भारत का खेल जगत अधूरा है. भारत में हर छोटा बच्चा एक समय बड़े होकर क्रिकेटर बनने का सपना देखता है लेकिन उनमें से चुनिंदा खिलाड़ियों को ही इंटरनेशनल लेवल पर टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलता है.
ऐसे में जब भी क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल में किसी तरह का भ्रष्टाचार होता है तो हर भारतीय के दिल में ठेस पहुँचती है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे क्रिकेट मैच के बारे में बताने वाले है जिस मैच में दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने करोड़ो की रिश्वत ली. जिसके बाद BCCI ने उन खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया.
7 अप्रैल 2000 को खेला गया थे ये दागी वनडे मुकाबला
साल 2000 में इंडिया और साउथ अफ्रीका (IND VS SA) के बीच में नागपुर के मैदान पर एक वनडे मुकाबला खेला गया था. इस वनडे मुकाबले में साउथ अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए के साथ- साथ टीम इंडिया की तरफ से मोहम्मद अजहरुद्दीन, अजय जडेजा, और सलीम मलिक पर मैच फिक्सिंग करने का आरोप लगा था. जिसके बाद BCCI ने खिलाड़ियों पर आजीवन बैन लगा दिया था.
क्या था पूरा मामला?
इंडिया और साउथ अफ्रीका (IND VS SA) के बीच में खेले गए इस वनडे मुकाबले में भारतीय क्रिकेटरों के साथ साउथ अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे. इस फिक्सिंग के आरोप लगने के बाद इन खिलाड़ियों पर BCCI ने आजीवन बैन लगा दिया था.
उस मुकाबले का जख्म है फैंस के दिलों में जिंदा
यह मामला आज से 25 वर्ष पहले भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हुआ था लेकिन आज भी भारतीय क्रिकेट में उस मुकाबले को एक काले धब्बे के रूप में जाता है. उस मुकाबले ने न सिर्फ खिलाड़ियों के करियर को तबाह किया बल्कि उस मुकाबले के बाद क्रिकेट समर्थकों में खेल के प्रति विश्वास भी कम हुआ. 25 साल बाद भी इस वनडे मुकाबले ने क्रिकेट प्रेमियों के दिलो में गहरी छाप छोड़ने का काम किया है.
यह भी पढ़े: 20 साल बाद तलाक! अपने पति को छोड़ अब इस भारतीय क्रिकेटर से शादी करेगी बॉक्सर एमसी मैरी कॉम